नई दिल्ली: पिछले 10 दिनों से पेट्रोल डीजल की कीमतों में लगातार इजाफा हो रहा है. पेट्रोल की कीमत जहां ₹90 प्रति लीटर के करीब पहुंच गई है, तो वहीं डीजल ₹80 प्रति लीटर को पार कर गया है.
जिसका सीधे तौर पर असर आम आदमी की जेब पर पड़ रहा है. गुरुवार को राजधानी दिल्ली में एक लीटर पेट्रोल के दाम 89.92 रुपये तक पहुंच गए, जो अब तक का सबसे महंगा रेट है. वहीं डीजल ₹80. 31 पैसे प्रति लीटर मिल रहा है.
वहीं विशेषज्ञों का कहना है कि पेट्रोल और डीजल पर सबसे ज्यादा टैक्स वसूला जा रहा है, जिसके चलते देशभर में पेट्रोल-डीजल की कीमतें बढ़ रही हैं. अर्थशास्त्री आकाश जिंदल ने बताया कि राजधानी दिल्ली में 50 से 60 फीसदी तक पेट्रोल पर टैक्स लग रहा है.
जिसके बाद कीमतें लगातार आसमान छू रही हैं. इसमें केंद्र सरकार एक्साइज ड्यूटी, और सेस लगा रही है, तो वहीं राज्य सरकार वैट वसूल रही है. अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रूड ऑयल की कीमतें भी बड़ी हुई है, इसके चलते भी देशभर में पेट्रोल-डीजल की कीमतें रोजाना बढ़ रही है.
प्रीमियम पैट्रोल के दाम 94 रुपये प्रति लीटर
वहीं पेट्रोल पंप पर पेट्रोल भरवाने आ रहे लोगों का कहना है कि जहां पहले 70 से ₹75 प्रति लीटर पेट्रोल के दाम से वह बढ़कर ₹90 तक पहुंच गए हैं. वही प्रीमियम पैट्रोल 94 से ₹96 प्रति लीटर मिल रहा है. ऐसे में वह दिन दूर नहीं है, जब दिल्ली में पेट्रोल के दाम ₹100 को भी पार कर जाएंगे.
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वहीं रमेश शर्मा ने कहा की पहले 10 लीटर पेट्रोल 700 से ₹800 में भरवाते थे, लेकिन अब 1 हजार रुपये देने पड़ रहे हैं. काफी ज्यादा मार इस वक्त आम आदमी पर पड़ रही है. रोजगार पहले से ही नहीं है और लगातार महंगाई बढ़ रही है. लोगों ने निराश होकर कहा कि सरकार से चाहे कितनी भी गुहार लगा लो, लेकिन सरकार को महंगाई करनी ही है.
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जुलाई 2020 में पेट्रोल से महंगा हुआ था डीजल
बता दें कि पिछले साल जुलाई के महीने में भी पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़े थे. उस समय पहली बार डीजल के दाम पेट्रोल से ज्यादा हो गए थे. तब पेट्रोल के दाम ₹80.43 पैसे प्रति लीटर तक पहुंच गए थे, वहीं डीजल ₹81.94 पैसे प्रति लीटर बिक रहा था.