नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में 2 महीने से ज्यादा समय का लॉकडाउन बीत चुका है. ऐसे में लोगों को कामकाज से लेकर आर्थिक दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. ऐसे लोगों की सहायता के लिए सरकार ने कई घोषणा और बड़े-बड़े दावे कर रही है. एक तरफ तो सरकार लोगों के अकाउंट में सहायता राशि और राशन घर-घर पहुंचाने का दावा कर रही हैं. वहीं ऐसे कई लोग हैं जिन्हें एक साल से उनकी पेंशन नहीं मिल रहा हैं.
लोग समाजसेवी हरपाल राणा के पास पहुंचे
इसी कड़ी बुराड़ी के लोग पेंशन के लिए सरकारी दफ्तरों के चक्कर काट रहे हैं. उन्हें खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. इसी को लेकर बुराड़ी में समाजसेवी हरपाल राणा ऐसे लोगों की आवाज उठाने में जुट गए हैं. बता दें कि हरपाल राणा पिछले कई सालों से लोगों की अलग-अलग समस्याओं को उठाते रहे हैं. उनका समाधान भी कर रहे हैं. अपनी समस्याओं के समाधान की उम्मीद लेकर ही सैकड़ों लोग समाजसेवी हरपाल राणा के पास पहुंचे रहे हैं.
लोग हरपाल राणा से लगा रहे हैं गुहार
इसी कड़ी में कुछ लोग दस्तावेज लेकर हरपाल राणा के पास पहुंचकर उन्हें बताया कि लॉकडाउन लगने के बाद से उन सभी की पेंशन अचानक से बंद कर दी गई है. जिसे उन सभी की समस्याएं कई गुना और ज्यादा बढ़ गई हैं. इसी को लेकर समाजसेवी हरपाल राणा ने पेंशन ना मिलने से परेशान लोगों की आवाज कई जगहों पर उठा रहे हैं, साथ की शिकायत भी कर रहे है, जिससे इन लोगों को उनकी पेंशन मिल जाए.
आखिरकार अब यह लोग हरपाल राणा से उम्मीद लगाकर बैठे हैं कि उन्हें उनका पेंशन वापस से मिलना शुरू होगी और इसकी लड़ाई अब समाजसेवी हरपाल राणा लड़ रहे हैं. लेकिन दिल्ली सरकार के ऐसी लापरवाही कहीं ना कहीं सरकारी दावों और सरकारी आंकड़ों की पोल जरूर खोल कर रख देती है.