नई दिल्ली: कोरोना का कहर लगातार बढ़ रहा है. पूरे देश भर में हर रोज लगभग 85000 नए मामले सामने आ रहे हैं. वहीं जिस रफ्तार से कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं उससे लगता है कि जल्दी ही हर रोज एक लाख नए मामले सामने आएंगे. दूसरी तरफ अनलॉक 1.0, 2.0, 3.0, और 4.0 के दौरान बाजार और दुकानें खोल दी गई हैं. लोगों की बाहरी एक्टिविटीज बढ़ गई हैं जिससे आने वाले समय में स्थिति काफी भयावह हो सकती है. ऐसे में अभी भी डॉक्टर लोगों को बाहर निकलने की सलाह नहीं दे रहे हैं. यहां तक कि अस्पताल में भी जब बहुत जरूरी हो तभी जाने की सलाह दे रहे हैं.
घरों में मेडिकल उपकरण रख रहे लोग
घरों में रखें कुछ जरूरी उपकरण
इन परिस्थितियों में कोरोना इन्फेक्शन या छोटी मोटी बीमारियां हो तो क्या करना चाहिए. इसके लिए डॉक्टर घर में ही थर्मामीटर, पल्स ऑक्सीमीटर, ग्लूकोमीटर और ब्लड प्रेशर नापने वाले उपकरण रखने की सलाह दे रहे हैं. पल्स ऑक्सीमीटर यह बताता है कि बॉडी में सही मात्रा में ऑक्सीजन की सप्लाई हो रही है या नहीं क्योंकि कोरोनावायरस सबसे ज्यादा फेफड़े को प्रभावित करता है.
फेफड़े में ऑक्सिजन के सैचुरेशन को कम कर देता है. ग्लूकोमीटर से ब्लड में शुगर की मात्रा का पता चलता है. किसी भी वायरल इनफेक्शन में ब्लड में ग्लूकोज की मात्रा बढ़ने की संभावना अधिक होती है. इसी तरह से कोविड इनफेक्शन के दौरान ब्लड प्रेशर नीचे आ जाता है. इसीलिए वायरल इंफेक्शन का पता लगाने के लिए घर में कुछ मेडिकल उपकरण होना जरूरी है. कोरोना के बढ़ते खतरे को देखते हुए लोग भी अस्पतालों में जाना पसंद नहीं कर रहे हैं. दिल्ली सरकार ने भी लोगों से अपील की है कि वह अपने घर में कुछ जरूरी उपकरण रखें ताकि डॉक्टर के पास या अस्पताल ना जाना पड़े.
सामान्य मेडिकल उपकरण की बढ़ी मांग इसे कोरोना का ही असर कहेंगे कि बड़ी संख्या में लोग इन उपकरणों को खरीद कर अपने घर में रखने लगे हैं. अचानक इन चीजों की मार्केट में डिमांड बढ़ गई है. सर्जिकल उपकरण बनाने वाली फार्मा कंपनियों के लिए कोरोना महामारी ब्लेसिंग इन डिसगाइज साबित हो रही है. वहीं सर गंगा राम हॉस्पिटल के लीवर एक्सपर्ट डॉक्टर उशस्त धीर बताते हैं कि कोरोना महामारी के डर से डॉक्टरों की सलाह पर लोगों ने जरूरत नहीं होने पर भी अपने घरों में पल्स ऑक्सीमीटर ग्लूकोमीटर, थर्मामीटर और ब्लड प्रेशर नापने वाले यंत्र खरीद करके जमा कर रखे हैं. इसकी कोई आवश्यकता नहीं है. अगर आपको किसी बीमारी के इलाज के लिए डॉक्टर के पास जाने की आवश्यकता है तो आपको डॉक्टर के पास जरूर जाना चाहिए. कई बार लक्षणों को नजरअंदाज करने पर बीमारियां बढ़ जाती है.
जिनके घर बुजुर्ग हों वे रखें मेडिकल उपकरणडॉ धीर बताते हैं कि मेडिकल उपकरण उन घरों में होने चाहिए जिनके घर में बुजुर्ग लोग रहते हैं या फिर किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित मरीज रहते हों. हार्ट, हाइपर टेंशन, किडनी, क्रॉनिक लिवर, क्रॉनिक लंग्स या डायबिटीज बीमारी से पीड़ित कोई मरीज हो तो यह लोग अपने घर में पल्स ऑक्सीमीटर रख सकते हैं. डिजिटल थर्मामीटर अपने घर पर रखें. अगर घर के लिए इस्तेमाल करना है तो यह एक बेहतर उपकरण है.
जरूरी सामान्य मेडिकल उपकरण घर पर ही रखेंदिल्ली मेडिकल काउंसिल के एंटीक्वैरी सेल के पूर्व अध्यक्ष डॉ अनिल बंसल बताते हैं कि अभी कोरोना का माहौल है और यह लगातार बढ़ रहा है. ऐसे हालात में उन जगहों पर जाने से बचना चाहिए जहां पर इसके इंफेक्शन होने का खतरा हो. खास करके हॉस्पिटल. ऐसे में जरूरी है कि घर में थर्मामीटर, पल्स ऑक्सीमीटर, ग्लूकोमीटर और ब्लड प्रेशर मापने वाला उपकरण जरूर होना चाहिए. इन उपकरणों से आप अपने स्वास्थ्य के ऊपर लगातार मॉनिटरिंग कर सकते हैं. इसके लिए आपको किसी डॉक्टर के पास जाने की आवश्यकता नहीं होगी.डॉक्टर बंसल बताते हैं कि कोरोना फैला हो या नहीं फैला हो. ये चार मेडिकल उपकरण लोगों के घर में जरूर होनी चाहिए. अगर आपके घर में यह उपकरण होगा तो आप इससे जांच करके और तुरंत अस्पताल पहुंच सकते हैं.
मेडिकल उपकरण बनाने वाली कंपनी की बल्ले-बल्ले
मेडिकल उपकरण सप्लायर वकील चंद बताते हैं कि कोरोना का कहर जिस तरह से बढ़ रहा है ऐसे में डॉक्टर लोगों को सलाह दे रहे हैं कि वे अपने घरों में टेंपरेचर नापने, ऑक्सीजन सैचुरेशन नापने और ब्लड में शुगर की मात्रा की जांच के लिए थर्मामीटर, पल्सऑक्सीमीटर, ग्लूकोमीटर और ब्लड प्रेशर के लिए मेडिकल उपकरण अपने घर में रखने की सलाह दे रहे हैं. आमतौर पर में कोरोना महामारी के पहले लोग इन उपकरणों को अपने घर में नहीं रखते थे. अचानक से इनकी मांग बाजार में बढ़ गई है.
मेडिकल इक्विपमेंट इंडस्ट्री के लिए अच्छा है कोरोना
कोरोना वायरस मेडिकल उपकरण बनाने वाली फार्मा कंपनी के लिए महामारी ब्लेसिंग इन डिसगाइज साबित हुआ है. उन्हें एक मौका मिला जिसका वो फायदा उठा रहे हैं. बाजार में इनकी मांग बढ़ी है तो कई कंपनियों ने इसका उत्पादन बढ़ाना शुरू कर दिया है. फिलहाल इन उपकरणों की बाजार में कमी नहीं है.