ETV Bharat / city

कोरोना इफेक्ट: दिल्ली में नए वाहनों के पंजीकरण में 37 फीसद की गिरावट - दिल्ली सरकार

दिल्ली में वाहनों के पंजीकरण में 37 फीसद की गिरावट दर्ज की गई है. अगस्त में वाहनों की बिक्री में 37 फीसद की कमी दर्ज की गई है. कोरोना संक्रमण का असर दिल्ली सरकार की अर्थव्यवस्था पर पड़ा है, तभी लोग भी अब सोच समझकर ही गाड़ियों की खरीद फरोख्त करने लगे हैं.

new vehicle registration declined by 37 percent in delhi
नए वाहनों के पंजीकरण में गिरावट
author img

By

Published : Sep 7, 2020, 3:35 PM IST

नई दिल्ली: कोरोना महामारी के समय दिल्ली में वाहनों के पंजीकरण में 37 फीसद की गिरावट दर्ज की गई है. परिवहन विभाग के आंकड़ों के अनुसार अगस्त महीने में वाहनों की बिक्री में भारी गिरावट आई है. जुलाई में दिल्ली में 37,942 वाहनों का पंजीकरण किया गया था, लेकिन अगस्त में वाहन बिक्री में गिरावट आई है. पूरे महीने सिर्फ 24,714 वाहनों का पंजीकरण अलग-अलग परिवहन कार्यालय में हुआ है.

नए वाहनों के पंजीकरण में गिरावट
नए वाहन खरीदने से पहले लोग देखते हैं पॉकेट
अगस्त में वाहनों की बिक्री में 37 फीसद की कमी दर्ज की गई है. कोरोना संक्रमण का असर दिल्ली सरकार की अर्थव्यवस्था पर पड़ा है, तभी लोग भी अब सोच समझकर ही गाड़ियों की खरीद फरोख्त करने लगे हैं.
new vehicle registration declined by 37 percent in delhi
परिवहन विभाग


अगस्त में सबसे कम हुआ है पंजीकरण

लॉकडाउन के दौरान अप्रैल महीने में दोपहिया और चार पहिया मिलाकर कुल 1856 वाहनों का पंजीकरण कराया गया. इसके बाद वाहनों के पंजीकरण में वृद्धि दर्ज की गई. मई में 8861, जून में 31,887 और जुलाई में 37,490 वाहनों का पंजीकरण अलग-अलग क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय में हुआ था. इससे सरकार को अच्छी-खासी राजस्व की प्राप्ति हुई थी. लेकिन इसके विपरीत अगस्त में जुलाई की तुलना में 37 फीसद की कमी आ चुकी है.


दोपहिया वाहनों का पंजीकरण अधिक

अगस्त महीने में 24714 कुल वाहनों का पंजीकरण अलग-अलग क्षेत्रीय कार्यालयों में हुआ है. वाहनों के कम पंजीकरण से साफ है कि कोरोना काल के साथ ही अर्थव्यवस्था में मंदी व्याप्त है. पिछले वर्ष सिर्फ अगस्त की ही बात करें तो 49,103 वाहनों का पंजीकरण हुआ था. परिवहन विभाग के आंकड़ों के अनुसार हर बार की तरह इस बार भी बाइक और स्कूटर का पंजीकरण सबसे अधिक कराया गया है. इस वर्ष 1 अप्रैल से 30 अगस्त तक 76105 बाइक और स्कूटर का पंजीकरण कराया गया है.


बता दें कि कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए मार्च महीने से लागू लॉकडाउन के दौरान के बाद जब अनलॉक की प्रक्रिया शुरू हुई, तब सार्वजनिक परिवहन सेवा की बेहतर स्थिति ना होता देख लोगों ने निजी वाहनों का जमकर इस्तेमाल किया. इस दौरान दिल्ली में पुराने वाहनों की भी खूब बिक्री हुई. जो सक्षम थे, उन्होंने नए वाहन भी खरीदे. जब सार्वजनिक परिवहन सेवा की स्थिति ठीक होने लगी फिर से लोग खरीदने से बचने लगे हैं.

नई दिल्ली: कोरोना महामारी के समय दिल्ली में वाहनों के पंजीकरण में 37 फीसद की गिरावट दर्ज की गई है. परिवहन विभाग के आंकड़ों के अनुसार अगस्त महीने में वाहनों की बिक्री में भारी गिरावट आई है. जुलाई में दिल्ली में 37,942 वाहनों का पंजीकरण किया गया था, लेकिन अगस्त में वाहन बिक्री में गिरावट आई है. पूरे महीने सिर्फ 24,714 वाहनों का पंजीकरण अलग-अलग परिवहन कार्यालय में हुआ है.

नए वाहनों के पंजीकरण में गिरावट
नए वाहन खरीदने से पहले लोग देखते हैं पॉकेट
अगस्त में वाहनों की बिक्री में 37 फीसद की कमी दर्ज की गई है. कोरोना संक्रमण का असर दिल्ली सरकार की अर्थव्यवस्था पर पड़ा है, तभी लोग भी अब सोच समझकर ही गाड़ियों की खरीद फरोख्त करने लगे हैं.
new vehicle registration declined by 37 percent in delhi
परिवहन विभाग


अगस्त में सबसे कम हुआ है पंजीकरण

लॉकडाउन के दौरान अप्रैल महीने में दोपहिया और चार पहिया मिलाकर कुल 1856 वाहनों का पंजीकरण कराया गया. इसके बाद वाहनों के पंजीकरण में वृद्धि दर्ज की गई. मई में 8861, जून में 31,887 और जुलाई में 37,490 वाहनों का पंजीकरण अलग-अलग क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय में हुआ था. इससे सरकार को अच्छी-खासी राजस्व की प्राप्ति हुई थी. लेकिन इसके विपरीत अगस्त में जुलाई की तुलना में 37 फीसद की कमी आ चुकी है.


दोपहिया वाहनों का पंजीकरण अधिक

अगस्त महीने में 24714 कुल वाहनों का पंजीकरण अलग-अलग क्षेत्रीय कार्यालयों में हुआ है. वाहनों के कम पंजीकरण से साफ है कि कोरोना काल के साथ ही अर्थव्यवस्था में मंदी व्याप्त है. पिछले वर्ष सिर्फ अगस्त की ही बात करें तो 49,103 वाहनों का पंजीकरण हुआ था. परिवहन विभाग के आंकड़ों के अनुसार हर बार की तरह इस बार भी बाइक और स्कूटर का पंजीकरण सबसे अधिक कराया गया है. इस वर्ष 1 अप्रैल से 30 अगस्त तक 76105 बाइक और स्कूटर का पंजीकरण कराया गया है.


बता दें कि कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए मार्च महीने से लागू लॉकडाउन के दौरान के बाद जब अनलॉक की प्रक्रिया शुरू हुई, तब सार्वजनिक परिवहन सेवा की बेहतर स्थिति ना होता देख लोगों ने निजी वाहनों का जमकर इस्तेमाल किया. इस दौरान दिल्ली में पुराने वाहनों की भी खूब बिक्री हुई. जो सक्षम थे, उन्होंने नए वाहन भी खरीदे. जब सार्वजनिक परिवहन सेवा की स्थिति ठीक होने लगी फिर से लोग खरीदने से बचने लगे हैं.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.