नई दिल्ली : कोरोना के नए मामलों में ठहराव तो है, लेकिन वायु प्रदूषण (pollution in delhi) के रूप में एक नई समस्या सामने है. नई दिल्ली नगर पालिका परिषद (New Delhi Municipal Council) प्रदूषण भरे माहौल में लोगों को अच्छा महसूस कराने के लिए एम्स और सफदजंग अस्पताल को जोड़ने वाले चौराहे के बीच भारत का सबसे ऊंचा और सबसे खूबसूरत रंगीन म्यूजिकल फाउंटेन चालू करने का निर्णय लिया है. इसका ट्रॉयल रन शुरू है. 20 नवम्बर को इसका उद्घाटन किये जाने की तैयारी जोर-शोर से चल रही है.
माना जा रहा है कि फव्वारे से निकले पानी की बौछारें हवा में मौजूद सूक्ष्म प्रदूषक तत्वों को हटाने में कारगर साबित होगा. यह सिर्फ प्रदूषण को कम करने में ही सहायक साबित नहीं होगा, बल्कि इसकी खूबसूरती आकर्षण का भी एक केंद्र होगा. यह फव्वारा संगीत की धुन पर बेहतरीन नृत्य का भी नमूना पेश करता है. स्मार्ट सिटी नई दिल्ली को आकर्षक और खूबसूरत बनाने के लिए हॉर्टिकल्चर डिपार्टमेंट के डायरेक्टर चेलैया अपनी सृजनशीलता का बेहतरीन नमूना पेश कर रहे हैं. वह नई दिल्ली क्षेत्र में हरित चादर बिछा रहे हैं. NDMC के सिविल इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट (civil engineering department) ने इसे बड़ी ही खूबसूरत तरीके से डिजाइन और डवलप किया है. यहां आने वाले लोगों के सकारात्मक भाव एवं पॉजिटिव वाइव का ध्यान रखते हुए सिविल और इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट की मदद से बेहतरीन म्यूजिकल डांसिंग फाउंटेन बनाया है.
एम्स और सफदरजंग अस्पताल के बीच देश का सबसे बड़ा म्यूजिकल डांसिंग फाउंटेन (musical dancing fountain) का ट्रायल रन शुरू हो गया है. 20 नवम्बर को इसे चालू किये जाने को लेकर सारी तैयारियां पूरी जो चुकी हैं. एक तरफ देश का सबसे बड़ा अस्पताल एम्स और दूसरी तरफ गरीब मरीजों के लिये वरदान सफदरजंग अस्पताल इसके बीच है. एक ऐसा खूबसूरत म्यूजिकल फव्वारा जो संगीत की मधुर तान एवं सुर की लय को पकड़कर इंद्रधनुषी रंगों से सराबोर अठखेलियां करता पानी तेजी से आसमान की तरफ गोली की रफ्तार से जाता है और बलखाता हुआ नीचे की तरफ लौट आता है. रिंग रोड से गुजरते लोगों को ऐसा विहंगम दृश्य दिखेगा कि वे खुद को यहां थोड़ी देर रुककर इसकी खूबसूरती को निहारने से रोक नहीं पाएंगे. भारत का सबसे बड़ा एवं बेहद खूबसूरत फाउंटेन बनकर तैयार है. जल्दी ही एनडीएमसी के डायरेक्टर इसका उद्घाटन करने वाले हैं. सात रंगों की अद्भुत कलाबाजी करता पानी संगीत की धुन को पकड़ कर उसके बीट पर अठखेलियाँ करता हुआ दिखाई देगा. एनडीएमसी की तरफ से इसे एशिया का सबसे ऊंचा फाउंटेन का दावा किया जा रहा है.
इसे भी पढ़ें: दिल्ली में प्रदूषण ने लोगों की बढ़ाई चिंता, सुनिए मॉर्निंग वॉक करने वालों का दर्द
सेंट्रल पार्क के क्यूरेटर और एनडीएमसी के हॉर्टिकल्चर डिपार्टमेंट (Horticulture Department) के डायरेक्टर चेलैया भारत के इस सबसे ऊंचे एवं खूबसूरत म्यूजिकल एवं डांसिंग कलरफुल फाउंटेन के कांसेप्ट के बारे में बताया कि सिविल और इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट के सहयोग से इसे डिजाइन किया गया है. म्यूजिक, कलर और वाटर को इस तरीके से सिंक्रोनाइज किया गया है कि संगीत की धुन के साथ ही जब पानी के फव्वारे खूबसूरत संगीत की धुन पर नृत्य करते हुए आसमान इंद्रधनुषी रंगों में लिपटी आसमान को छूते हुए दिखाई देंगे, तो वह नजारा कितना प्यारा और विहंगम होगा. इसका ट्रॉयल किया जा चुका है. खूबसूरती के हर पैमाने पर इसे परखा गया है. पानी इस तरह से अठखेलियां करने लगता है.जैसे वह संगीत के धुन और ताल को समझ रहा हो. इससे यह पूरा वातावरण पॉजिटिविटी से भर जाता है. यहां आने वाले लोग इस मनमोहक दृश्य को देखकर बहुत खुश होंगे और एनडीएमसी का उद्देश्य भी यही है कि पूरे एनडीएमसी क्षेत्र को एक हैप्पीनेस एरिया के रूप में डिवेलप किया जाय.
चेलैया ने बताया कि एनडीएमसी पिछले तीन वर्षों से एक ऐसे कॉन्सेप्ट पर काम कर रही थी, जो ना सिर्फ उसका एक सिग्नेचर ब्रांड हो, बल्कि पूरी दुनिया में उसकी वजह से एक पहचान हो. काफी ब्रेन स्टॉर्मिंग के बाद यह आईडिया क्लिक किया जो अब हम सबके सामने बनकर तैयार है. इसे आप एनडीएमसी की इंजीनियरिंग मार्बल कह सकते हैं. सूत्रों के मुताबिक, इसे तैयार करने में 3.5 करोड़ रूपये की लागत आयी है, लेकिन इसकी खूबसूरती और सिग्नेचर ब्रांडिंग को देखते हुए पैसे की अहमियत समाप्त हो जाती है.