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जाफराबाद स्थित कांवड़ कैंप है हिंदू-मुस्लिम एकता का प्रतीक

पूर्वी दिल्ली के जाफराबाद में एक कांवड़ कैंप ऐसा है जहां हिंदू और मुस्लिम दोनों समुदाय के लोग आपस में सहयोग से चलाते हैं. सीलमपुर विधानसभा के पूर्व विधायक मतीन अहमद ने इसका उद्घाटन किया.

जफराबाद कांवड़ कैंप
जफराबाद कांवड़ कैंप
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Published : Jul 21, 2022, 2:16 PM IST

नई दिल्लीः हिंदू मुस्लिम एकता के प्रतीक सद्भावना कावड़ कैंप का उद्घाटन सीलमपुर विधानसभा के पूर्व विधायक मतीन अहमद ने किया. इस मौके पर पूर्व पार्षद जुबेर अहमद के अलावा स्थानीय लोग मौजूद रहे. जाफराबाद थाने के पास बनाए गए इस सद्भावना कावड़ कैंप आयोजन इलाके के हिंदू मुस्लिम समाज के लोग आपस में मिलजुल कर करते हैं .


मतीन अहमद ने बताया कि 20 सालों से अधिक समय से जाफराबाद इलाके में सद्भावना कावड़ कैंप का आयोजन किया जा रहा है. कोरोना के मद्देनजर पिछले दो साल से कावड़ यात्रा की इजाजत नहीं दी गई थी, लेकिन इस वर्ष हर्षोल्लास से कावड़ यात्रा निकाली जा रही है, जिसमें भारी संख्या में लोग भाग ले रहे हैं. लोगों की सुविधाओं के लिए जाफराबाद थाने के पास सद्भावना कावड़ कैंप लगाया गया है जो कि हिंदू-मस्लिम एकता के प्रतीक हैं.

जफराबाद कांवड़ कैंप

ये भी पढ़ेंः गाजियाबाद में 'छोटा हरिद्वार' : सावन में उमड़ता है श्रद्धालुओं का जनसैलाब, जानें इसके महत्व काे
इस कावड़ कैंप में हिंदू-मुस्लिम के सहयोग से कावड़ियों के लिए सभी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाती हैं. मतीन अहमद ने बताया कि सद्भावना कैंप का आयोजन करने का मकसद समाज में एक दूसरे के बीच मोहब्बत बनाए रखना है. वहीं. जुबेर अहमद ने बताया कि सद्भावना कावड़ कैंप में मुस्लिम समाज के लोग कावड़ यात्रियों की सेवा करते हैं. उनकी सुविधाओं उनकी सुरक्षा का पूरा ख्याल रखते हैं. उन्होंने कहा कि जब शीला दीक्षित दिल्ली की मुख्यमंत्री थीं तो वह इस सद्भावना कावड़ कैंप का उद्घाटन किया करती थीं. आज वह हम सबके बीच नहीं हैं, ऐसे में उनकी पुण्यतिथि पर सद्भावना कावड़ कैंप का उद्घाटन कर उन्हें भी याद किया गया.

नई दिल्लीः हिंदू मुस्लिम एकता के प्रतीक सद्भावना कावड़ कैंप का उद्घाटन सीलमपुर विधानसभा के पूर्व विधायक मतीन अहमद ने किया. इस मौके पर पूर्व पार्षद जुबेर अहमद के अलावा स्थानीय लोग मौजूद रहे. जाफराबाद थाने के पास बनाए गए इस सद्भावना कावड़ कैंप आयोजन इलाके के हिंदू मुस्लिम समाज के लोग आपस में मिलजुल कर करते हैं .


मतीन अहमद ने बताया कि 20 सालों से अधिक समय से जाफराबाद इलाके में सद्भावना कावड़ कैंप का आयोजन किया जा रहा है. कोरोना के मद्देनजर पिछले दो साल से कावड़ यात्रा की इजाजत नहीं दी गई थी, लेकिन इस वर्ष हर्षोल्लास से कावड़ यात्रा निकाली जा रही है, जिसमें भारी संख्या में लोग भाग ले रहे हैं. लोगों की सुविधाओं के लिए जाफराबाद थाने के पास सद्भावना कावड़ कैंप लगाया गया है जो कि हिंदू-मस्लिम एकता के प्रतीक हैं.

जफराबाद कांवड़ कैंप

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इस कावड़ कैंप में हिंदू-मुस्लिम के सहयोग से कावड़ियों के लिए सभी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाती हैं. मतीन अहमद ने बताया कि सद्भावना कैंप का आयोजन करने का मकसद समाज में एक दूसरे के बीच मोहब्बत बनाए रखना है. वहीं. जुबेर अहमद ने बताया कि सद्भावना कावड़ कैंप में मुस्लिम समाज के लोग कावड़ यात्रियों की सेवा करते हैं. उनकी सुविधाओं उनकी सुरक्षा का पूरा ख्याल रखते हैं. उन्होंने कहा कि जब शीला दीक्षित दिल्ली की मुख्यमंत्री थीं तो वह इस सद्भावना कावड़ कैंप का उद्घाटन किया करती थीं. आज वह हम सबके बीच नहीं हैं, ऐसे में उनकी पुण्यतिथि पर सद्भावना कावड़ कैंप का उद्घाटन कर उन्हें भी याद किया गया.

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