नई दिल्ली: "नशा मुक्त भारत अभियान" के तहत पूर्वी रेंज के जॉइंट सीपी डॉ. सागर प्रीत हूडा ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से गैर सरकारी संगठनों के साथ बैठक की. इस बैठक में नशीली दवाओं के दुरुपयोग और रोकथाम पर चर्चा हुई.
इस परामर्श सत्र में नशीली दवाओं के प्रति जागरूकता कार्यक्रम पर काम कर रहे 40 से अधिक गैर सरकारी संगठनों ने भाग लिया. शुरुआत में गैर सरकारी संगठनों( NGO's) के सभी पदाधिकारियों को 'नशा मुक्त भारत अभियान'(Drug Free India Campaign) के तहत दिल्ली पुलिस द्वारा की गई पहलों से अवगत कराया गया.
बैठक में कहा गया कि युवाओं में नशीली दवाओं के उपयोग में वृद्धि एक बड़ी चुनौती बन गई है और इस अपराध में वृद्धि के सीधे आनुपातिक है. अधिकांश नशा करने वाले अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए आपराधिक गतिविधियों का शिकार हो जाते हैं.
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इस बात पर जोर दिया गया कि नशामुक्ति अभियान में दिल्ली पुलिस आपूर्ति को कम करने और नशीली दवाओं की आपूर्ति में शामिल अपराधियों को पकड़ने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है. गैर सरकारी संगठनों को युवाओं को शिक्षित करके मांग श्रृंखला को रोकने में सक्रिय भूमिका निभानी होगी.
प्रतिनिधियों ने अपने सुझावों, अनुभवों, सर्वोत्तम प्रथाओं, सफलता की कहानियों और नशीली दवाओं के व्यसनों और उनके परिवार के सदस्यों से निपटने में उनके सामने आने वाली समस्याओं के साथ भी आगे आए.
प्रतिनिधियों को उनके सामने आने वाले समस्याओं पर आवश्यक कार्रवाई करने का आश्वासन दिया गया. बैठक करीब दो घंटे तक चली. जॉइंट सीपी ने बताया कि दिल्ली के पूर्वी रेंज के सभी तीन जिलों में नियमित 'नुक्कड़ नाटक अभियान' भी आयोजित कर रही है.
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