नई दिल्लीः दिल्ली के अंदर एमसीडी के बजट को लेकर आरोपों की राजनीति शुरू हो गई है. गौरतलब है कि वर्तमान वित्तीय वर्ष को लेकर एमसीडी के द्वारा 15,276 करोड़ रुपए का बजट इस वर्ष निर्धारित किया गया, लेकिन बजट के अंदर निगम के आय, राजस्व की जानकारी, वित्तीय घाटे समेत कई जानकारियों को साझा नहीं किया गया है. इसको लेकर विपक्ष के द्वारा सवाल उठाए जा रहे हैं. आप नेताओं का कहना है कि बीजेपी पार्षदों के द्वारा निगम में किए गए भ्रष्टाचार को छुपाने को लेकर कई जानकारियां नहीं दी गई है.
दिल्ली की एकीकृत नगर निगम के द्वारा बीते दिनों वित्त वर्ष 2022-23 के मद्देनजर 15,276 करोड़ रुपए का अनुमानित बजट जारी किया गया. इसके साथ ही विकास और प्रशासनिक कामकाज को लेकर अलग-अलग क्षेत्रों में कितनी राशि खर्च की जाएगी, इसका निर्धारण भी कर दिया था. लेकिन वहीं इस बार के बजट में एमसीडी की आय के बारे में न तो कोई जानकारी दी गई है और न ही यह बताया गया है कि एमसीडी को किस क्षेत्र से कितने राजस्व की वर्तमान वित्त वर्ष में प्राप्ति होगी. गौरतलब है कि पहले हर बार निगम के द्वारा पेश बजट में इन सब चीजों की जानकारी दी जाती रही है.
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आप नेता और दिल्ली प्रवक्ता विकास गोयल ने फोन पर बातचीत के दौरान कहा कि यह बजट बीजेपी नेताओं को फायदा पहुंचाने वाला बजट है. इस बार निगम के द्वारा जिस तरह का बजट प्रस्तुत किया गया है, वह सीधे तौर पर बीजेपी नेताओं द्वारा निगम में किए गए भ्रष्टाचार को छुपाने का एक प्रयास है. तभी तो इस बार के बजट में निगम के आय और राजस्व के बारे में बिल्कुल भी जानकारी नहीं दी गई है. वहीं कांग्रेस नेता प्रेरणा सिंह ने भी निगम के बजट पर अपनी बात रखते हुए कहा कि इस बार के बजट में जिस तरह से चीजों को छुपाया गया है, ऐसा पहले कभी भी नहीं हुआ. एमसीडी के बजट में इस बार कई बातों को छुपाने की कोशिश की गई है. यहां तक कि निगम के वित्तीय घाटे के बारे में भी किसी प्रकार की कोई जानकारी इस बार के बजट में नहीं दी गई है. जो बेहद हैरान कर देने वाला है.