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AIIMS ट्रामा सेंटर में जल्द शुरू होगा हेलीपैड, एयर एंबुलेंस की सीधे होगी लैंडिंग - ट्रामा सेंटर में जल्द ही हेलीपैड बनाया जाएगा

मरीजों की सुविधाओं के लिए दिल्ली स्थित ट्रामा सेंटर में जल्द ही हेलीपैड बनाया जाएगा. जिससे मरीज सीधे ट्रामा सेंटर जा सकेंगे. इसके लिए डीजीसीए ने हरी झंडी दे दी है. जानकारी के मुताबिक अगले साल के अंत तक एम्स ट्रामा सेंटर में हेलीपैड बनकर तैयार हो जाएगा.

Helipad in Trauma Center
ट्रामा सेंटर में हेलीपैड, Helipad in Trauma Center
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Published : Nov 26, 2019, 8:29 PM IST

नई दिल्ली: मरीजों की सुविधाओं को बेहतर करने के लिए अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान के ट्रामा सेंटर में जल्द ही हेलीपैड बनाया जाएगा. आपको बता दें कि चिंताजनक हालत में जो मरीज होते हैं, उनको अभी दिल्ली एयरपोर्ट पर एयर एंबुलेंस के जरिए लाया जाता है उसके बाद ग्रीन कॉरिडोर बनाकर ट्रामा सेंटर पहुंचाया जाता है. लेकिन समय और मरीज को जल्द उपचार देने के लिए इस प्लानिंग को तैयार किया जा रहा है.

दिल्ली के एम्स ट्रामा सेंटर में जल्द शुरू होगा हेलीपैड

डीजीसीए ने दी हरी झंडी

बता दें कि एम्स ट्रामा सेंटर की छत पर हेलीपैड बनाया जाएगा और इसके लिए डायरेक्टर जनरल ऑफ सिविल एविएशन (डीजीसीए) ने इसकी तैयारियां शुरू कर दी हैं. एम्स इसके लिए डीजीसीए से मिलकर परमिशन ले रहा है. बताया जा रहा है कि डीजीसीए के पास फाइल पहुंच चुकी है और उनकी तरफ से भी इस पर हामी भर ली गई है. जानकारी के मुताबिक दिसंबर तक इसके बनाने की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी और अगले साल के अंत तक एम्स ट्रामा सेंटर में हेलीपैड बनकर तैयार हो जाएगा.

हर साल 100 मरीज एयर एम्बुलेंस से आते हैं दिल्ली

स्वास्थ विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, राजधानी दिल्ली में हर साल 100 से ज्यादा मरीज डोमेस्टिक और इंटरनेशनल फ्लाइट से दिल्ली पहुंचते हैं. मरीज इस एयर एंबुलेंस के लिए चार से छह लाख रुपए तक देते हैं. गौर करने वाली बात यह है कि एम्स ट्रामा सेंटर में 150 से 200 दुर्घटनाओं के मामले रोजाना आते हैं, जिसमें दस प्रतिशत मरीजों को तुरंत उपचार की जरूरत होती है.

फिलहाल अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान देश का पहला ऐसा सरकारी अस्पताल होगा जहां पर हेलीपैड बनाया जाएगा. देखने वाली बात होगी कि डीजीसीए की ओर से हरी झंडी मिलने के बाद कब तक इसकी प्रक्रिया शुरू होती है और कब इसका फायदा मरीजों को मिल पाता है.

नई दिल्ली: मरीजों की सुविधाओं को बेहतर करने के लिए अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान के ट्रामा सेंटर में जल्द ही हेलीपैड बनाया जाएगा. आपको बता दें कि चिंताजनक हालत में जो मरीज होते हैं, उनको अभी दिल्ली एयरपोर्ट पर एयर एंबुलेंस के जरिए लाया जाता है उसके बाद ग्रीन कॉरिडोर बनाकर ट्रामा सेंटर पहुंचाया जाता है. लेकिन समय और मरीज को जल्द उपचार देने के लिए इस प्लानिंग को तैयार किया जा रहा है.

दिल्ली के एम्स ट्रामा सेंटर में जल्द शुरू होगा हेलीपैड

डीजीसीए ने दी हरी झंडी

बता दें कि एम्स ट्रामा सेंटर की छत पर हेलीपैड बनाया जाएगा और इसके लिए डायरेक्टर जनरल ऑफ सिविल एविएशन (डीजीसीए) ने इसकी तैयारियां शुरू कर दी हैं. एम्स इसके लिए डीजीसीए से मिलकर परमिशन ले रहा है. बताया जा रहा है कि डीजीसीए के पास फाइल पहुंच चुकी है और उनकी तरफ से भी इस पर हामी भर ली गई है. जानकारी के मुताबिक दिसंबर तक इसके बनाने की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी और अगले साल के अंत तक एम्स ट्रामा सेंटर में हेलीपैड बनकर तैयार हो जाएगा.

हर साल 100 मरीज एयर एम्बुलेंस से आते हैं दिल्ली

स्वास्थ विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, राजधानी दिल्ली में हर साल 100 से ज्यादा मरीज डोमेस्टिक और इंटरनेशनल फ्लाइट से दिल्ली पहुंचते हैं. मरीज इस एयर एंबुलेंस के लिए चार से छह लाख रुपए तक देते हैं. गौर करने वाली बात यह है कि एम्स ट्रामा सेंटर में 150 से 200 दुर्घटनाओं के मामले रोजाना आते हैं, जिसमें दस प्रतिशत मरीजों को तुरंत उपचार की जरूरत होती है.

फिलहाल अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान देश का पहला ऐसा सरकारी अस्पताल होगा जहां पर हेलीपैड बनाया जाएगा. देखने वाली बात होगी कि डीजीसीए की ओर से हरी झंडी मिलने के बाद कब तक इसकी प्रक्रिया शुरू होती है और कब इसका फायदा मरीजों को मिल पाता है.

Intro:एम्स ट्रामा में जल्द शुरू होगा हेलीपैड, एयर एंबुलेंस सीधे होगी लैंड

नई दिल्ली: मरीजों की सुविधाओं को बेहतर करने के लिए अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान के ट्रामा सेंटर में जल्द ही हेलीपैड बनाया जाएगा. आपको बता दें कि चिंताजनक हालत में जो मरीज होते हैं, उनको अभी दिल्ली एयरपोर्ट पर एयर एंबुलेंस के जरिए लाया जाता है उसके बाद ग्रीन कॉरिडोर बनाकर ट्रामा सेंटर पहुंचाया जाता है. लेकिन समय और मरीज को जल्द उपचार देने के लिए इस प्लानिंग को तैयार किया जा रहा है.


Body:हर साल 100 मरीज एयर एम्बुलेंस से आते हैं दिल्ली
आपको बता दें कि स्वास्थ विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, राजधानी दिल्ली में प्रतिवर्ष 100 से ज्यादा मरीज डोमेस्टिक और इंटरनेशनल फ्लाइट से दिल्ली पहुंचते हैं.मरीज इस एयर एंबुलेंस के लिए चार से छह लाख रुपए तक देते हैं. गौर करने वाली बात यह है एम्स ट्रामा सेंटर में 150 से 200 दुर्घटनाओं के मामले रोजाना आते हैं,जिसमें दस प्रतिशत मरीजों को तुरंत उपचार की जरूरत होती है.

डीजीसीए ने दी हरि झंडी
आपको बता दें कि एम्स ट्रामा सेंटर की छत पर हेलीपैड बनाया जाएगा और इसके लिए डायरेक्टर जनरल ऑफ सिविल एविएशन (डीजीसीए) ने इसकी तैयारियां शुरू कर दी है.एम्स इसके लिए डीजीसीए से मिलकर परमिशन ले रहा है.बताया जा रहा है कि डीजीसीए के पास फाइल पहुंच चुकी है और उनकी तरफ से भी इस पर हामी भर ली गई है. दिसंबर तक इसके बनाने की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी और अगली साल तक के अंत तक एम्स ट्रामा सेंटर में हेलीपैड बनकर तैयार हो जाएगा.


Conclusion:फिलहाल अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान देश का पहला ऐसा सरकारी अस्पताल होगा जहां पर हेलीपैड बनाया जाएगा. देखने वाली बात होगी कि डीजीसीए की ओर से हरी झंडी मिलने के बाद कब तक इसकी प्रक्रिया शुरू होती है और तब इसका फायदा मरीजों को मिल पाता है.
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