नई दिल्ली: यूपी से अवैध हथियार लेकर दिल्ली-एनसीआर में सप्लाई करने वाले तस्करों के दो गैंग का क्राइम ब्रांच ने पर्दाफाश किया है. इंटरस्टेट सेल ने जहां एक तस्कर को गिरफ्तार कर उसके पास से हथियार बरामद किए हैं, तो वहीं एएचटीयू ने पांच तस्करो को गिरफ्तार कर उनके पास से हथियार जब्त किए हैं. यह गैंग मेरठ से हथियार लेकर आता था. पुलिस इस गैंग से जुड़े अन्य लोगों की तलाश कर रही है.
गिरफ्तार किया गया राजा सैफी नौवीं कक्षा तक पढ़ा है. उसका जीजा आशु प्रीत विहार में हुई एक फायरिंग के मामले में वांछित चल रहा है. वह अपने साथियों के साथ सट्टा चलाता है. कुछ दिन पहले आशु ने यह हथियार खरीदा था. राजा ने पुलिस को बताया कि वह मुजफ्फरनगर से हथियार लेकर आते थे और उसे दिल्ली-एनसीआर के बदमाशों को सप्लाई करते थे. पुलिस ने जब उसे गिरफ्तार किया तो वह हथियार बेचने के लिए जा रहा था. पुलिस अब फरार चल रहे आशु की तलाश कर रही है.
पांच बदमाशों को किया गया गिरफ्तार
दूसरे मामले में एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट में तैनात हवलदार जसवीर को सूचना मिली की मंगोलपुरी बी ब्लॉक के पास एक शख्स अवैध हथियार की सप्लाई करने के लिए आएगा. इस जानकारी पर एसीपी सुरेंद्र गुलिया की देखरेख में एसआई वीरेंद्र त्यागी की टीम ने छापा मारकर तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया. इनकी पहचान संजय, सतीश और दीपक के रूप में की गई है. इनके पास से 3 कट्टा और 7 जिंदा कारतूस बरामद हुए. इस बाबत क्राइम ब्रांच में मामला दर्ज किया गया है. गिरफ्तार किया गया संजय पहाड़गंज थाने का घोषित बदमाश है. उसे रिमांड पर लेकर पूछताछ की गई जिसने बताया मोदीनगर में रहने वाले मलूक और जाकिर से वह हथियार लेकर आया था. इस जानकारी पर पुलिस टीम ने मोदीनगर से दोनों को पकड़ लिया. उनके पास से दो पिस्तौल और 21 जिंदा कारतूस बरामद हुए. उनकी गाड़ी भी मॉडल टाउन इलाके से चोरी की गई थी.
दो साल से कर रहा था अवैध तस्करी
संजय पहाड़गंज का रहने वाला है. उसके खिलाफ 18 आपराधिक मामले दर्ज हैं. वह चोरी, लूट, जबरन उगाही और अवैध हथियार की तस्करी में शामिल रहा है. 3 साल पहले वह पहाड़गंज से बुध विहार चला गया था. पिछले 2 साल से जागीर और मलूक से हथियार लेकर उसे दिल्ली एनसीआर में वह सप्लाई कर रहा था. उसके गैंग में दीपक और सतीश शामिल है जो पहले भी लूट की वारदात में शामिल रहे हैं. वह बुध विहार में एक गैस गोदाम को लूटने की साजिश रच रहे थे. जाकिर और मलूक पिछले 6 साल से हथियार की तस्करी कर रहे हैं. वह मेरठ के रहने वाले खान साहब से हथियार लेकर उसे यूपी, दिल्ली और एनसीआर के बदमाशों को देते थे. इसके अलावा वह चोरी की गाड़ियों की खरीद-फरोख्त पर भी काम करते हैं.