नई दिल्ली: यूं तो पूरी दिल्ली दहशत और मातम में है, लेकिन जयपुर गोल्डन अस्पताल के सामने का मंजर दिल दहला देने वाला है. दुर्भाग्यपूर्ण यह है कि यहां अस्पताल के कैजुअल्टी से ज्यादा भीड़ मॉर्चरी के सामने है. कारण यह है कि सभी लोग अपने उन मृत परिजनों का शव लेने के लिए आए हैं, जो ऑक्सीजन की कमी की भेंट चढ़ गए.
अस्पताल ने दी आधिकारिक जानकारी
बीती रात इस अस्पताल में ऑक्सीजन सप्लाई बाधित रही. तमाम प्रयासों के बावजूद अस्पताल प्रशासन समय पर ऑक्सीजन नहीं पा सका और जब तक सप्लाई पहुंचती, 21 मरीज ऑक्सीजन के अभाव में दम तोड़ चुके थे. बीती रात से ही अस्पताल के बाहर परिजन इसे लेकर हंगामा कर रहे थे, लेकिन अस्पताल प्रशासन ने इसे लेकर आधिकारिक जानकारी सुबह दी.
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'7 घंटे की देरी से मिली थी सप्लाई'
जयपुर गोल्डन अस्पताल के मेडिकल डायरेक्टर डॉ. डीके बलूजा ने आज कहा कि बीती रात हमें 7 घंटे की देरी से ऑक्सीजन सप्लाई मिली. चिंता की बात यह है कि इतनी मौत के बावजूद अब भी अस्पताल को पर्याप्त ऑक्सीजन मुहैया नहीं कराई गई है. अस्पताल प्रशासन का कहना है कि अभी भी महज आधे घंटे का ही ऑक्सीजन बचा है.
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संकट में 200 मरीजों की जान
अस्पताल में अभी 200 मरीज इलाजरत हैं. इसमें से ज्यादा मरीज ऑक्सीजन पर ही हैं. दुर्भाग्यपूर्ण यह है कि यह सिर्फ एक अस्पताल की हालत नहीं है, दिल्ली के ज्यादातर अस्पताल ऑक्सीजन की किल्लत से जूझ रहे हैं. दिल्ली के सबसे बड़े कोरोना अस्पताल लोकनायक जयप्रकाश अस्पताल में महज 4 घंटे का ऑक्सीजन बचा है और अभी भी सप्लाई का समय सुनिश्चित नहीं है.