नई दिल्ली: एशिया की सबसे बड़ी आजादपुर फल और सब्जी मंडी के बड़े पदाधिकारी और कारोबारी बड़े पैमाने पर साधारण आलू को पहाड़ी आलू बनाने का खेल कर रहे हैं और जान-माल से खुला खिलवाड़ कर रहे हैं. हद तो यह है कि शिकायतों के बावजूद प्रशासन और सरकार अपनी आंखे मूंदे बैठें हैं. ये कहना है आजादपुर फल और सब्जी मंडी के आढ़ती संदीप खंडेलवाल का. इस बारे में उन्होंने प्रशासन से शिकायत भी की है.
'मंडियों में बिक रहा जानलेवा जहरीला आलू'
शिकायतकर्ता आढ़ती संदीप खंडेलवाल का कहना है कि राजधानी दिल्ली की मंडियों में सब्जी के नाम पर जहर बिक रहा है. खास तौर पर इन दिनों मंडी में बिकने वाला आलू कई खतरनाक बीमारियों का कारण हो सकता है.
अगर आप आलू खाने के शौकीन हैं तो जरा सावधान हो जाइए. देख-परख कर आलू खरीदिए कि कहीं आप गंभीर बिमारियों को न्योता तो नहीं दें रहे हैं. संदीप ने बताया कि आजादपुर फल और सब्जी मंडी में ऐसा खेल चल रहा है. ज्यादा मुनाफा कमाने के लिए मीठे आलू को पहाड़ी आलू जैसा बनाया जा रहा है.
'केमिकल से बनाया जा रहा पहाड़ी आलू का डुप्लीकेट'
शिकायतकर्ता आढ़ती ने बताया कि दरअसल पहाड़ी आलू मीठे आलू से महंगा होता है. लिहाजा कुछ बड़े आढ़ती केमिकल और मिटटी का प्रयोग कर साधारण यानी मीठे आलू को पहाड़ी आलू जैसी शक्ल और फील देते हैं और महंगे दामों में बेच देते हैं.
उन्होंने कहा कि ग्राहक ठगा ही नहीं जा रहा है, बल्कि उसकी जान-माल से भी खुला खिलवाड़ हो रहा है. इसकी शिकायतें भी तमाम टेस्ट रिपोर्ट के साथ हर जगह की गईं. लेकिन इस इस गंभीर मुद्दे पर भी कोइ ध्यान नहीं दे रहा है.
'प्रशासन की आंखें क्यों बंद हैं'
संदीप ने कहा कि हैरत की बात है कि इस सबके बावजूद मंडी प्रशासन की आंखें बंद क्यों हैं. शिकायतों पर संज्ञान क्यों नहीं लिया जा रहा है. ऐसे कई सवाल हैं जो हर किसी के जहन में चल रहे हैं, लेकिन सबसे पहले जरूरत है कि इस मामले को लेकर कोई कड़ी कार्रवाई की जाए. क्योंकि पूरा देश पहले ही कोरोना वायरस के चलते पीड़ित है. अब खाने पीने की चीजों में भी अगर जहर बेचा जाएगा तो लोगों का भरोसा ही एक-दूसरे से उठ जाएगा.