नई दिल्ली : अपने ही नवजात बेटे के अपहरण की साजिश रचने वाले कलयुगी पिता सहित छह लोगों को रोहिणी पुलिस ने गिरफ्तार किया है. आईवीएफ सेंटर में काम करने वाली महिलाओं के साथ मिलकर बच्चे को पांच लाख रुपए में बेचने का खुलासा हुआ है. प्रेम नगर इलाके में पुलिस को जानकारी मिली थी कि 5 दिन के बच्चे का अपहरण किया गया है. बच्चे की मां ने बताया कि वह बच्चे के साथ सो रही थी. जब वह जगी तो बच्चा गायब था. पुलिस ने मुकदमा दर्ज करके मामले की तफ्तीश शुरू की.
इस मामले के खुलासे के लिए एसएचओ राजीव रंजन की देखरेख में एक टीम का गठन किया गया. पुलिस ने इलाके के कई सीसीटीवी कैमरे को खंगाला. जिसमें एक महिला बच्चे के साथ जाती हुई दिखाई दी. जिसमें एक लड़की जिसने पुलिस को फोन करके वारदात के बारे में बताया था, वह भी दिखाई दी. पुलिस को इशरत पर शक हुआ. इसके आधार पर पुलिस ने जब पूछताछ की तो उसने अपना गुनाह कबूल लिया. उसने बताया कि पैसे कमाने के लालच में उसके चाचा ने यह पूरी साजिश रची थी.
इस मामले में इशरत भी शामिल थी. उसी ने अपनी चाची को नशीला पदार्थ पिलाकर बेहोश कर दिया था. फिर बच्चे को रेनू नाम की एक महिला को बेचने की बात भी कबूल की. उसने बताया कि हम बच्चे को लेकर आईवीएफ सेंटर पहुंचे. यहां उन्होंने बच्चे को सेंटर में काम करने वाली रेखा और सोनम को सौंप दिया. यहीं पर चाचा सदन को एक लाख और बाकियों को 50-50 हजार रुपए मिले. पुलिस ने योगेश की निशानदेही पर फरीदाबाद से दंपति के घर बच्चे को भी बरामद करके उसकी मां के हवाले कर दिया है. इस मामले में शामिल सभी आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करके सभी को जेल भेज दिया है.