नई दिल्ली: लॉकडाउन का चौथा चरण शुरू हो चुका है, जिसमें सरकार ने दिल्ली की जनता के लिए सार्वजनिक यातायात शुरू कर दिया है. वहीं कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए दिल्ली सरकार ने सवारियों की सुरक्षा को ध्यान में रखकर नियम बनाए हैं लेकिन ऑटो में एक सवारी, डीटीसी की बस में 20 सवारियां, आरटीवी में 11 सवारी और रिक्शे में भी एक सवारी बैठेंगे. इस नियम के कारण ऑटो और रिक्शा चालक काफी परेशान और नाराज दिख रहे हैं. साथ ही सरकार को भी कोस रहे हैं.
शर्तों के साथ मिली छूट
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि लॉकडाउन के चौथे चरण में सवारियों को एक स्थान से दूसरे स्थान पर आने जाने की छूट दी गई है लेकिन सरकार के इस नियम से ऑटो वाले काफी नाराज हैं. क्योंकि, सरकार द्वारा दी गयी इस छूट के बाद भी ऑटो वालों को एक सवारी नहीं मिल पा रही है. वहीं जब एक ही परिवार के दो से तीन लोग बाहर निकल रहे हैं तो ऑटो वालों के सामने मुसीबत यह है कि अब किसे ऑटो में बैठाया जाए.
ऑटो वाले परेशान
इस दरम्यान ऑटो चालक सरकार को कोस रहे हैं. साथ ही यह भी कह रहे हैं कि सरकार ने सड़कों पर ऑटो को आने की छूट तो दी, लेकिन इस नियम में बंध गए हैं कि एक ऑटो में एक ही सवारी जाएगी, इससे तो अच्छा था कि ऑटो को छूट ना मिलती. अब सड़कों पर आने के बावजूद भी कोई सिंगल सवारी नहीं मिल रही है. ऑटो चालकों को डर है कि कहीं ज्यादा सवारी के चक्कर में ट्रैफिक पुलिस इनका चलाना ना काट दें. ऑटो चालक का सरकार से निवेदन कर रहे है कि कम से कम 2 सवारियों को ऑटो में बैठाने की छूट दी जाए, जिससे कुछ काम चल सकें
31 मई के बाद होगी समीक्षा
फिलहाल 31 मई तक लॉकडाउन का चौथा चरण चलेगा, उसके बाद कोरोना संक्रमण के प्रभाव और हालात को देखते हुए सरकार नई एडवाइजरी जारी करेगी. वहीं अब लॉकडाउन के चौथे चरण के बाद पता चलेगा कि सरकार सवारी वाहनों को कितनी छूट देती है, जिससे इनका काम अच्छी तरह से चल सकें.