नई दिल्ली: फर्जी दस्तावेजों पर लोन दिलाने वाले एक एजेंट को आर्थिक अपराध शाखा ने गिरफ्तार किया है. आरोपी ने चार लोगों को लगभग 20 लाख रुपये का लोन फर्जी दस्तावेजों पर दिलाया था और इसके लिए लगभग सात लाख रुपये कमीशन लिया. वह खुद एक दर्जन बैंकों से फर्जी दस्तावेज पर लोन ले चुका है. पुलिस इस पूरे मामले में बैंक कर्मचारियों की भूमिका को लेकर भी जांच कर रही है.
एजेंट को ईओडब्ल्यू ने किया गिरफ्तार
छानबीन के दौरान पता चला कि दिनेश कुमार, ईश्वर सिंह और लक्ष्मण सिंह ने भी पांच-पांच लाख रुपये का लोन इस बैंक से लिया है. इन सभी लोन के लिए ग्यासा राम को कुल लोन राशि में से लगभग 7.5 लाख रुपये मिले थे. साक्ष्य जमा करने के बाद एसीपी अमरदीप सहगल की देखरेख में इंस्पेक्टर नितिन की टीम ने ग्यासा राम को गिरफ्तार कर लिया है. इसके अलावा लक्ष्मण सिंह और बैंक अधिकारियों की भूमिका को लेकर भी जांच की जा रही है.
एक दर्जन से ज्यादा फर्जी लोन ले चुका है आरोपी
गिरफ्तार किए गए ग्यासी राम को पहले फर्जीवाड़े के मामले में सीबीआई ने गिरफ्तार किया था. इस मामले में उसे 6 साल की सजा भी हुई थी. उसके खिलाफ अलीपुर, अमर कॉलोनी थाने में भी जालसाजी के मामले दर्ज हैं. उसने दर्जनभर बैंक से भी लोन ले रखे हैं जिन्हें वह नहीं चुका रहा था. पुलिस पूरे फर्जीवाड़े को लेकर पूछताछ कर रही है.