नई दिल्ली: प्रचंड बहुमत से दिल्ली की सत्ता में आई आम आदमी पार्टी के सामने चंद महीने बाद दिल्ली में होने वाला विधानसभा चुनाव किसी चुनौती से कम नहीं होने वाला है. आम आदमी पार्टी सबसे पहले चुनावी तैयारी में जुट गई है.
![26 AAP MLA can cut tickets upcoming Delhi Assembly Elections](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/del-ndl-01-aap-party-candidate-vis-7201354_13092019201238_1309f_1568385758_132.jpg)
नेताओं के दिल की धड़कनें बढ़ी
पार्टी के नेता दिल्ली के अलग-अलग विधानसभा क्षेत्र में जनसंवाद कर रहे हैं. लोगों का मूड भांप रहे हैं. इस बीच शुक्रवार शाम को अचानक एक सूची ने आम आदमी पार्टी के भीतर टिकट को लेकर आस लगाए नेताओं के दिल की धड़कनें बढ़ा दी.
हालांकि पार्टी की तरफ से इस सूची की प्रामाणिकता को लेकर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई है. लेकिन जिस तरह से विधानसभा वार आगामी विधानसभा चुनाव में प्रत्याशियों के नाम का जिक्र है, इससे बहुत हद तक इस सूची को सही माना जा रहा है. सूची के मुताबिक मौजूदा आम आदमी पार्टी के 26 विधायकों के टिकट कटने के संकेत हैं. इन सीटों पर आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता को जो लंबे समय से जुड़े हैं, उन्हें पार्टी चुनाव मैदान में उतारने की तैयारी है.
लोकसभा चुनाव लड़ने वाले नेताओं को मिलेगा टिकट!
दिल्ली की सातों लोकसभा सीट पर आम आदमी पार्टी के जिन नेताओं ने चुनाव लड़ा था उन सभी को विधानसभा चुनाव के लिए टिकट दिया जा सकता है. विधानसभा चुनाव के लिए जो सूची आई है, उसमें दक्षिणी दिल्ली से लोकसभा चुनाव लड़े राघव चड्ढा को कालकाजी विधानसभा, पूर्वी दिल्ली से लोकसभा चुनाव लड़ी आतिशी मारलेना को जंगपुरा विधानसभा सीट, पंकज जैन जोकि चांदनी चौक सीट से आम आदमी पार्टी के लोकसभा चुनाव में प्रत्याशी थे, उन्हें चांदनी चौक विधानसभा से ही पार्टी विधानसभा का टिकट दे सकती है. नई दिल्ली लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने वाले बृजेश गोयल को राजेंद्र नगर विधानसभा सीट से टिकट देने का सूची में जिक्र है.
अधिकांश नए नाम शामिल हैं
कपिल मिश्रा की जगह पार्टी दुर्गेश पाठक को विधानसभा चुनाव लड़ाने की तैयारी में है, जो सूची सामने आई है, फिलहाल उसमें 70 में से 47 सीटों के लिए प्रत्याशियों के नाम का जिक्र है. इसमें अधिकांश नए नाम हैं. बता दें कि चंद दिनों पहले ही भाजपा ने कहा था कि दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी टूटने के कगार पर है और कई विधायक बिना किसी शर्त के भाजपा में शामिल होने के लिए बेकरार हैं. हालांकि भाजपा ने अभी उन्हें शामिल करने के बारे में कोई ठोस फैसला नहीं लिया है.