नई दिल्ली : ट्रेवल और होटल बुकिंग सर्विस देने वाले प्रौद्योगिकी मंच ओयो को वित्त वर्ष 2022-23 में अपना राजस्व 5,700 करोड़ रुपए से अधिक रहने की उम्मीद है. ओयो के संस्थापक और समूह मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) रितेश अग्रवाल ने सोमवार को अपने कर्मचारियों के साथ संवाद के दौरान यह संभावना जताई. अग्रवाल ने कहा कि चालू वित्त वर्ष का राजस्व एक साल पहले की तुलना में 19 प्रतिशत बढ़कर 5,700 करोड़ रुपए से अधिक रह सकता है. इसके पहले वित्त वर्ष 2021-22 में OYO ने 4,780 करोड़ रुपए का राजस्व अर्जित किया था.
एबिटा आय क्या है : इसके साथ ही अग्रवाल ने कहा कि ओयो को अगले वित्त वर्ष में समायोजित एबिटा आय करीब 800 करोड़ रुपए हो जाने की उम्मीद है. एबिटा आय का मतलब ब्याज, कर, ह्रास और कटौती से पहले की आय है. उन्होंने कहा कि भारत, इंडोनेशिया, अमेरिका और ब्रिटेन में सतत वृद्धि और यूरोप के वैकेशन होम कारोबार के भी अच्छा प्रदर्शन करने से कंपनी की वित्तीय स्थिति में सुधार हुआ है. उन्होंने कहा कि कंपनी का नकद प्रवाह बेहतर होने से बाह्य वित्त पर निर्भरता में भी कमी आई है. इस बारे में संपर्क किए जाने पर ओयो के प्रवक्ता ने कोई टिप्पणी करने से इनकार कर दिया.
समायोजित एबिटा 63 करोड़ रुपए रहा : ओयो ने अपना आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) लाने के लिए बाजार नियामक सेबी के समक्ष पेश दस्तावेज के मसौदे में कहा था कि चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में उसका समायोजित एबिटा 63 करोड़ रुपए रहा. सेबी ने ओयो को कुछ अपडेटेड जानकारियों के साथ आईपीओ आवेदन नए सिरे से दाखिल करने को कहा था. ओयो ने सितंबर, 2021 में 8,430 करोड़ रुपए का आईपीओ लाने से संबंधित प्रारंभिक आवेदन सेबी के पास किया था. हालांकि, बाजार में जारी उतार-चढ़ाव से इस आईपीओ को टाल दिया गया है.
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(पीटीआई-भाषा)
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