नई दिल्ली : मजबूत मांग के दम पर सात प्रमुख शहरों में इस साल अभी तक 40 करोड़ रुपये से अधिक कीमत वाले ‘अल्ट्रा-लक्जरी’ (भव्य व आलीशान) मकानों की बिक्री तीन गुना होकर 4,063 करोड़ रुपये रही है. रियल एस्टेट सलाहकार एनारॉक ने यह जानकारी दी है. एनारॉक के अनुसार, भारत के शीर्ष सात प्रमुख शहरों दिल्ली-एनसीआर (राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र), मुंबई-एमएमआर (मुंबई मेट्रोपॉलिटन क्षेत्र), चेन्नई, कोलकाता, बेंगलुरु, हैदराबाद और पुणे में इस साल अभी तक 4,063 करोड़ रुपये की 58 इकाइयों की बिक्री हुई है.
लक्जरी और अल्ट्रा-लक्जरी संपत्तियों की बढ़ी मांग
रियल एस्टेट सलाहकार के बृहस्पतिवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, वर्ष 2022 में 1,170 करोड़ रुपये मूल्य की 13 इकाइयां बेची गईं थी. एनारॉक के चेयरमैन अनुज पुरी ने कहा कि वैश्विक महामारी के बाद से लक्जरी और अल्ट्रा-लक्जरी दोनों संपत्तियों की मांग बढ़ी है. एचएनआई (हाई नेट वर्थ इंडिविजुअल) और अल्ट्रा-एचएनआई निवेश, व्यक्तिगत इस्तेमाल या दोनों के लिए ऐसे मकान खरीद रहे हैं.देश में 2023 में अभी तक शीर्ष सात शहरों में बेची गई 58 अल्ट्रा-लक्जरी संपत्तियों में से अकेले मुंबई में 53 इकाइयां बेची गईं.
खरीदने की बढ़ी चलन
गुरुग्राम में दो अपार्टमेंट और नई दिल्ली में दो बंगले बेचे गए. हैदराबाद के जुबली हिल्स में 40 करोड़ रुपये से अधिक का एक आवासीय सौदा हुआ. गुरुग्राम स्थित क्रिसुमी कॉर्पोरेशन के प्रबंध निदेशक मोहित जैन ने रिपोर्ट पर कहा कि हाल के वर्षों में विभिन्न आय वर्ग के लोगों में मकान खरीदने की इच्छा उल्लेखनीय रूप से बढ़ी है. यह मुख्य रूप से एक बेहतर आर्थिक परिदृश्य और जीवन स्तर को ऊपर उठाने की आकांक्षा से प्रेरित है.