नई दिल्ली: वेज 'थाली' की कीमत अक्टूबर की तुलना में नवंबर में 10 फीसदी बढ़ गई. जबकि प्याज और टमाटर की कीमतें बढ़ने से नॉन-वेज थाली की कीमत केवल 5 फीसदी बढ़ी. क्रिसिल की एक रिपोर्ट में ये बात कही गई है. नवंबर के दौरान बेमौसम बारिश ने प्याज और टमाटर की फसल को नुकसान पहुंचाया, जिससे बाजार में दोनों की कमी हो गई और कीमतें बढ़ गईं.
क्रिसिल ने कहा कि प्याज और टमाटर की कीमतों में क्रमशः 93 प्रतिशत और 15 प्रतिशत की वृद्धि के कारण वेज थाली की कीमत साल-दर-साल 9 प्रतिशत बढ़ गई. दालों की कीमत में भी 21 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है, जिससे वेज थाली की कीमत 9 प्रतिशत बढ़ गई. शाकाहारी थाली में रोटी, सब्जियां, चावल, दाल, दही और सलाद होता है. इसकी औसत लागत की गणना उत्तर, दक्षिण, पूर्व और पश्चिम भारत में प्रचलित इनपुट कीमतों के आधार पर की जाती है.
नॉन वेज थाली के लिए, चिकन की कीमत में गिरावट के कारण कीमतों में वृद्धि कम हुई. नॉन वेज थाली में चिकन की लागत कुल लागत का 50 प्रतिशत है. नॉन-वेज थाली में दाल की जगह चिकन ले लेता है जबकि बाकी चीजें वैसी ही रहती हैं. सितंबर की तुलना में अक्टूबर में वेज और नॉन-वेज थाली की कीमत में 1 फीसदी और 3 फीसदी की कमी आई थी. महीने के दौरान आलू, टमाटर और ब्रॉयलर की कीमतों में गिरावट आई थी.