फ्रैंकफर्टः तेल निर्यातक देशों के संगठन ओपेक और सहयोगियों (OPEC) ने कीमतों में तेजी लाने के लिए कच्चे तेल के (Crude oil production cut) उत्पादन में बड़ी कटौती करने का फैसला किया है. यह कदम संघर्ष कर रही वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए एक और झटका होगा. कोविड 19 महामारी की शुरुआत के बाद ओपेक गठजोड़ के वियना मुख्यालय में ऊर्जा मंत्रियों की पहली बैठक में नवंबर से उत्पादन में प्रतिदिन 20 लाख बैरल की कटौती करने का फैसला किया गया.
इससे पहले ओपेक प्लस (OPEC) ने पिछले महीने उत्पादन में सांकेतिक कटौती की थी. हालांकि, महामारी के दौरान उत्पादन में बड़ी कटौती की गई थी लेकिन पिछले कुछ माह से निर्यातक देश उत्पादन में बड़ी कटौती से बच रहे थे. ओपेक प्लस ने बयान में कहा कि यह फैसला वैश्विक आर्थिक और कच्चे तेल के बाजार परिदृश्य में अनिश्चितता को देखते हुए लिया गया है.
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हालांकि, उत्पादन में कटौती से तेल के दाम और उससे बनने वाले पेट्रोल की कीमत (price of petrol) पर विशेष असर नहीं पड़ेगा क्योंकि ओपेक प्लस के सदस्य पहले ही समूह द्वारा तय किए गए 'कोटा' को पूरा नहीं कर पा रहे हैं.
(पीटीआई-भाषा)