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Crude Oil: सऊदी अरब के इस फैसले से क्रूड ऑयल की कीमतों में उछाल, क्या महंगा होगा तेल - तेल के दाम

तेल उत्पादक देशों में से एक सऊदी अरब ने एक ऐसा फैसला लिया है, जिसका सीधा असर एशिया में तेल के व्यापार पर देखने को मिल रहा है. क्या है वह फैसला और उसका असर क्या होगा, जानने के लिए पढ़ें पूरी खबर...

Crude Oil
क्रूड ऑयल
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Published : Jun 5, 2023, 2:02 PM IST

लंदन : तेल उत्पादक देशों ने कीमतों में गिरावट को कम करने के लिए उत्पादन में कटौती जारी रखने पर सहमति व्यक्त की है. बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, सऊदी अरब ने कहा कि वह जुलाई में एक मिलियन बैरल प्रति दिन (बीपीडी) की कटौती करेगा और ओपेक प्लस ने कहा कि 2024 से 1.4 मिलियन बीपीडी कम उत्पादन होगा. ओपेक प्लस का दुनिया के कच्चे तेल में लगभग 40 प्रतिशत हिस्सा है और इसके फैसलों का तेल की कीमतों पर बड़ा असर पड़ता है.

एशिया व्यापार में तेल के दाम में बढ़ोत्तरी
सोमवार को एशिया व्यापार में तेल का दाम 2.4 प्रतिशत की तेजी के साथ बढ़ा, फिर ब्रेंट कच्चा तेल लगभग 77 डॉलर प्रति बैरल पर स्थिर हुआ. रविवार को रूस के नेतृत्व में तेल समृद्ध देशों की सात घंटे चक चली बैठक में ऊर्जा की गिरती कीमतों को लेकर चर्चा हुई. बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, रूसी उप प्रधानमंत्री अलेक्जेंडर नोवाक के अनुसार, कुल उत्पादन कटौती, जो ओपेक प्लस ने अक्टूबर 2022 से शुरू की है, 3.66 मिलियन बीपीडी तक पहुंच गई है.

जरूरत पड़ने पर जुलाई में कटौती और बढ़ाई जा सकती है
ओपेक प्लस पहले ही उत्पादन में दो मिलियन बीपीडी यानि वैश्विक मांग का लगभग 2 प्रतिशत कटौती करने पर सहमत हो गया था. नोवाक ने कहा, चर्चा का परिणाम 2024 के अंत तक समझौते का विस्तार था. बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, रविवार को सऊदी अरब के ऊर्जा मंत्री प्रिंस अब्दुल अजीज बिन सलमान ने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो 10 लाख बीपीडी की कटौती को जुलाई से आगे बढ़ाया जा सकता है. यह एक सऊदी लॉलीपॉप है, उन्होंने कहा, जिसे बाजार को स्थिर करने के रूप में देखा जाता है.

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(आईएएनएस)

लंदन : तेल उत्पादक देशों ने कीमतों में गिरावट को कम करने के लिए उत्पादन में कटौती जारी रखने पर सहमति व्यक्त की है. बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, सऊदी अरब ने कहा कि वह जुलाई में एक मिलियन बैरल प्रति दिन (बीपीडी) की कटौती करेगा और ओपेक प्लस ने कहा कि 2024 से 1.4 मिलियन बीपीडी कम उत्पादन होगा. ओपेक प्लस का दुनिया के कच्चे तेल में लगभग 40 प्रतिशत हिस्सा है और इसके फैसलों का तेल की कीमतों पर बड़ा असर पड़ता है.

एशिया व्यापार में तेल के दाम में बढ़ोत्तरी
सोमवार को एशिया व्यापार में तेल का दाम 2.4 प्रतिशत की तेजी के साथ बढ़ा, फिर ब्रेंट कच्चा तेल लगभग 77 डॉलर प्रति बैरल पर स्थिर हुआ. रविवार को रूस के नेतृत्व में तेल समृद्ध देशों की सात घंटे चक चली बैठक में ऊर्जा की गिरती कीमतों को लेकर चर्चा हुई. बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, रूसी उप प्रधानमंत्री अलेक्जेंडर नोवाक के अनुसार, कुल उत्पादन कटौती, जो ओपेक प्लस ने अक्टूबर 2022 से शुरू की है, 3.66 मिलियन बीपीडी तक पहुंच गई है.

जरूरत पड़ने पर जुलाई में कटौती और बढ़ाई जा सकती है
ओपेक प्लस पहले ही उत्पादन में दो मिलियन बीपीडी यानि वैश्विक मांग का लगभग 2 प्रतिशत कटौती करने पर सहमत हो गया था. नोवाक ने कहा, चर्चा का परिणाम 2024 के अंत तक समझौते का विस्तार था. बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, रविवार को सऊदी अरब के ऊर्जा मंत्री प्रिंस अब्दुल अजीज बिन सलमान ने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो 10 लाख बीपीडी की कटौती को जुलाई से आगे बढ़ाया जा सकता है. यह एक सऊदी लॉलीपॉप है, उन्होंने कहा, जिसे बाजार को स्थिर करने के रूप में देखा जाता है.

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(आईएएनएस)

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