नई दिल्ली : कोटक महिंद्रा बैंक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी उदय कोटक (Kotak Mahindra Bank CEO Uday Kotak) ने अडाणी समूह के शेयरों में भारी गिरावट से फैली चिंता के बीच रविवार को कहा कि उन्हें वित्तीय व्यवस्था के लिए कोई प्रणालीगत जोखिम नहीं दिखता है.
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि भारतीय जोखिम आकलन और क्षमता निर्माण को मजबूत करने का समय अब आ गया है. उन्होंने कहा कि बड़े भारतीय कॉरपोरेट घराने ऋण और इक्विटी वित्त के लिए वैश्विक स्रोतों पर अधिक भरोसा करते हैं, जिससे उनके लिए चुनौतियां और कमजोरियां पैदा होती हैं.
कोटक ने अपने ट्वीट में कहा, 'मुझे हाल की घटनाओं से भारतीय वित्तीय व्यवस्था के लिए प्रणालीगत जोखिम नहीं दिखता है. हालांकि, बड़े भारतीय कॉरपोरेट ऋण और इक्विटी वित्त के लिए वैश्विक स्रोतों पर अधिक भरोसा करते हैं. यह चुनौतियां और कमजोरियां पैदा करता है. भारतीय जोखिम आकलन और क्षमता निर्माण को मजबूत करने का समय आ गया है.'
संकट में फंसे अडाणी समूह को बैंकों की तरफ से दिए गए कर्ज को लेकर फैली चिंता के बीच भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने शुक्रवार को कहा कि भारत का बैंकिंग क्षेत्र मजबूत और स्थिर है. केंद्रीय बैंक ने यह भी कहा कि वह ऋणदाताओं पर लगातार नजर बनाए हुए है.
अमेरिकी कंपनी हिंडनबर्ग रिसर्च ने अडाणी समूह पर 'शेयरों में गड़बड़ी करने और लेखा धोखाधड़ी' में शामिल होने का आरोप लगाया है. इसके बाद से समूह की कंपनियों के शेयरों में लगातार गिरावट आ रही है. हालांकि अडाणी समूह ने हिंडनबर्ग की रिपोर्ट में लगाए आरोपों को खारिज किया है.
(पीटीआई-भाषा)