हैदराबाद : हर माता पिता को अपने बच्चों के भविष्य की चिंता होती है. खासकर जब बात लड़कियों की आती है तो पेरेंट्स और भी ज्यादा प्रोटेक्टिव हो जाते हैं. अगर किसी दंपत्ति की दो बेटियां हैं. वह उनके भविष्य के लिए कम से कम 15 साल के लिए प्रति माह 10,000 रुपये तक का निवेश करना चाहते हैं, ऐसे में उन्हें क्या ऑप्शन चुनना चाहिए? आइए जानते हैं इस रिपोर्ट में...
एक्सपर्ट का सुझाव है कि माता-पिता को पहले अपनी लड़कियों के भविष्य की वित्तीय जरूरतों के लिए पर्याप्त सुरक्षा प्रदान करनी चाहिए. इसके लिए वे अपने नाम पर अपनी सालाना आमदनी का कम से कम 10 गुना टर्म इंश्योरेंस पॉलिसी ले सकते हैं. 10,000 रुपये में से 3,000 रुपये सुकन्या समृद्धि योजना में निवेश कर सकते हैं और बाकी बचे 7000 रुपये को विविध इक्विटी फंडों में निवेश कर सकते हैं. आमदनी बढ़ने की स्थिति में वह निवेश की रकम को बढ़ा सकते हैं. अगर वे 15 साल तक प्रति माह 10,000 रुपये का निवेश करते हैं, तो औसत वार्षिक रिटर्न 12 प्रतिशत के अनुमान के साथ 44,73,565 रुपये होने की उम्मीद है.
कुछ लोग म्युचुअल फंड में कम से कम 8 साल के लिए प्रति माह 25 हजार रुपये तक का निवेश करना चाह सकते हैं. इनके लिए कुछ पॉलिसी में अच्छे रिटर्न के आसार हैं. लेकिन उन्हें यह नहीं भूलना चाहिए कि जब वे ऊंचे रिटर्न की उम्मीद करते हैं तो कुछ जोखिम भी जुड़ा होता है. निवेश का कम से कम 30-40 फीसदी हिस्सा मिड और स्मॉल कैप फंडों में लगाएं. शेष राशि को डायवर्सिफाइड इक्विटी फंड में निवेश करें. अच्छा रिटर्न देने वाले फंड को चुनें और उसमें निवेश करें. इसके साथ ही साल में एक बार अपने इंवेस्टमेंट को चेक जरूर करें.
क्या 69 साल के व्यक्ति के लिए टर्म इंश्योरेंस पॉलिसी (Term Insurance Policy) लेना संभव है? हां वह ले सकते हैं. लेकिन अगर किसी व्यक्ति की सभी वर्तमान वित्तीय जरुरतें पूरी हो रही है, और उसका रिटायरमेंट फंड भी है तो ऐसे इंसान को पॉलिसी की ज्यादा जरूरत नहीं. यह उनकी व्यक्तिगत पसंद पर निर्भर करता है. 69 साल की उम्र में टर्म पॉलिसी का प्रीमियम ज्यादा होता है. दो बीमा कंपनियों से संपर्क करें और अपनी आवश्यकता के अनुसार पॉलिसी लें.
अगर कोई अपने 12 साल के बच्चे को विदेश भेजने के लिए वित्तीय संसाधन जुटाने के लिए दस साल के लिए निवेश करना चाहता है, तो उसे कम से कम 50,000 रुपये प्रति माह उन योजनाओं में निवेश करना होगा जो कम से कम 11 फीसदी का रिटर्न देती हैं. उन्हें यूएस-आधारित फंडों में 20-30 फीसदी निवेश करना होगा. यहां बची हुई रकम डायवर्सिफाइड इक्विटी फंड में लगाएं.