कोलकाता: भारत में चाय सबसे ज्यादा पे-पदार्थ में आता है. देश में लोगों की सुबह बिना चाय के नहीं होती है. ऐसे में चाय का उत्पादन बढ़ना लाजमी है. इस साल अक्टूबर में देश में चाय उत्पादन 12.06 फीसदी बढ़कर 18.28 करोड़ किलो रहा है. पिछले साल इसी माह में यह 16.31 करोड़ किलो था. चाय बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार पश्चिम बंगाल में चाय उत्पादन अक्टूबर में बढ़कर 5.49 करोड़ किलो रहा, जबकि 2022 के इसी माह में यह 4.97 करोड़ किलो था.
देश में चाय उत्पादन बढ़ी
देश के सबसे बड़े चाय उत्पादक राज्य असम में भी अक्टूबर में 10.43 करोड़ किलो से अधिक का उत्पादन हुआ. पिछले साल इसी महीने में राज्य में 9.07 करोड़ किलो चाय का उत्पादन हुआ था. वहीं, दक्षिण भारत में उत्पादन आलोच्य महीने में मामूली रूप से घटकर 1.88 करोड़ किलो रहा, जो एक साल पहले 2022 के अक्टूबर महीने में यह 1.89 करोड़ किलो था. आंकड़ों के अनुसार कैटेगरी वाइज देखा जाए तो चाय की सीटीसी किस्म का उत्पादन अक्टूबर 2023 में 16.77 करोड़ किलो रहा जबकि उत्तर और दक्षिण भारत दोनों में परंपरागत तरीके से उत्पादित चाय का उत्पादन 1.29 करोड़ किलो था. ग्रीन टी का उत्पादन इस दौरान 21.4 लाख किलो रहा है.
चाय का इतिहास
भारत में पहली बार चाय 1834 में अंग्रेज लेकर आए थे. वैसे तो भारत में जंगली अवस्था में पहले से पैदा हुआ करती थी. साल 1815 में अंग्रेज ट्रेवलर का ध्यान असम में उगने वाली चाय की झाड़ियों पर गया. असम में रहने वाले स्थानीय कबाइली लोग इसको पहले से ही पेय की तरह पीया करते थे. धीरे-धीरे कर के भारत में चाय की मांग बढ़ी. साथ ही इसके उत्पान पर भी ध्यान दिया गया.