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देश की आर्थिक वृद्धि दर दूसरी तिमाही में 7.6 प्रतिशत पर: सरकारी आंकड़ा

विनिर्माण क्षेत्र के बेहतर प्रदर्शन की बदौलत देश की जीडीपी चालू वित्त वर्ष की जुलाई-सितंबर तिमाही में 7.6 प्रतिशत रही. वहीं पिछले साल इसी तिमाही में यह 6.2 प्रतिशत थी. Gross Domestic Product,National Statistical Office

Gross Domestic Product
सकल घरेलू उत्पाद
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Nov 30, 2023, 7:28 PM IST

Updated : Nov 30, 2023, 8:33 PM IST

नई दिल्ली : विनिर्माण क्षेत्र के बेहतर प्रदर्शन के साथ देश की आर्थिक वृद्धि दर चालू वित्त वर्ष की जुलाई-सितंबर तिमाही में 7.6 प्रतिशत रही. एक साल पहले इसी तिमाही में यह 6.2 प्रतिशत थी. गुरुवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों में यह जानकारी दी गयी. इसके साथ भारत दुनिया की प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में सबसे तीव्र आर्थिक वृद्धि दर हासिल करने वाला देश बना हुआ है. चीन की जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) वृद्धि दर इस जुलाई-सितंबर तिमाही में 4.9 प्रतिशत रही.

  • Real GDP or GDP at Constant (2011-12) Prices in Q2 2023-24 is estimated to attain a level of Rs 41.74 lakh crore, as against Rs 38.78 lakh crore in Q2 2022-23, showing a growth of 7.6 per cent as compared to 6.2 per cent in Q2 2022-23.

    — ANI (@ANI) November 30, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

जीडीपी से आशय देश में निश्चित अवधि में उत्पादित वस्तुओं और सेवाओं के कुल मूल्य से है. राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) के आंकड़ों के अनुसार कृषि क्षेत्र में सकल मूल्य वर्धन (जीवीए) वृद्धि दर 1.2 प्रतिशत रही जो 2022-23 की जुलाई-सितंबर तिमाही में 2.5 प्रतिशत थी.

विनिर्माण क्षेत्र में जीवीए वृद्धि दर चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में 13.9 प्रतिशत रही जबकि एक साल पहले इसी तिमाही में इसमें 3.8 प्रतिशत की गिरावट आई थी. आंकड़ों के अनुसार चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-सितंबर के दौरान जीडीपी वृद्धि दर 7.7 प्रतिशत रही जो एक साल पहले इसी छमाही में 9.5 प्रतिशत थी.

वैश्विक स्तर पर परीक्षा की घड़ी में जीडीपी वृद्धि भारतीय अर्थव्यवस्था के लचीलेपन और मजबूती को प्रदर्शित करती है: मोदी

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर के आंकड़े वैश्विक स्तर पर परीक्षा की घड़ी में भारतीय अर्थव्यवस्था के लचीलेपन और मजबूती को दर्शाते हैं. सरकारी आंकड़ों के अनुसार विनिर्माण, खनन और सेवा क्षेत्रों के बेहतर प्रदर्शन के कारण सितंबर तिमाही में भारत की अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर 7.6 प्रतिशत रही और यह सबसे तेजी से बढ़ती बड़ी अर्थव्यवस्था बनी रही.

  • Prime Minister Narendra Modi tweeted, "The GDP growth numbers for Q2 display the resilience and strength of the Indian economy in the midst of such testing times globally. We are committed to ensuring fast-paced growth to create more opportunities, rapid eradication of poverty… pic.twitter.com/4ttRgktQ9q

    — ANI (@ANI) November 30, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

मोदी ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, 'दूसरी तिमाही के जीडीपी आंकड़े वैश्विक स्तर पर ऐसे कठिन समय के बीच भारतीय अर्थव्यवस्था के लचीलेपन और मजबूती को दर्शाते हैं. हम अधिक अवसर पैदा करने, गरीबी के तेजी से उन्मूलन और हमारे लोगों के लिए जीवन की सुगमता में सुधार करने के लिए तेजी से विकास सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं.'

ये भी पढ़ें- FY24-25 के लिए S&P ने भारत की GDP वृद्धि अनुमान को बढ़ाया

नई दिल्ली : विनिर्माण क्षेत्र के बेहतर प्रदर्शन के साथ देश की आर्थिक वृद्धि दर चालू वित्त वर्ष की जुलाई-सितंबर तिमाही में 7.6 प्रतिशत रही. एक साल पहले इसी तिमाही में यह 6.2 प्रतिशत थी. गुरुवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों में यह जानकारी दी गयी. इसके साथ भारत दुनिया की प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में सबसे तीव्र आर्थिक वृद्धि दर हासिल करने वाला देश बना हुआ है. चीन की जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) वृद्धि दर इस जुलाई-सितंबर तिमाही में 4.9 प्रतिशत रही.

  • Real GDP or GDP at Constant (2011-12) Prices in Q2 2023-24 is estimated to attain a level of Rs 41.74 lakh crore, as against Rs 38.78 lakh crore in Q2 2022-23, showing a growth of 7.6 per cent as compared to 6.2 per cent in Q2 2022-23.

    — ANI (@ANI) November 30, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

जीडीपी से आशय देश में निश्चित अवधि में उत्पादित वस्तुओं और सेवाओं के कुल मूल्य से है. राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) के आंकड़ों के अनुसार कृषि क्षेत्र में सकल मूल्य वर्धन (जीवीए) वृद्धि दर 1.2 प्रतिशत रही जो 2022-23 की जुलाई-सितंबर तिमाही में 2.5 प्रतिशत थी.

विनिर्माण क्षेत्र में जीवीए वृद्धि दर चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में 13.9 प्रतिशत रही जबकि एक साल पहले इसी तिमाही में इसमें 3.8 प्रतिशत की गिरावट आई थी. आंकड़ों के अनुसार चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-सितंबर के दौरान जीडीपी वृद्धि दर 7.7 प्रतिशत रही जो एक साल पहले इसी छमाही में 9.5 प्रतिशत थी.

वैश्विक स्तर पर परीक्षा की घड़ी में जीडीपी वृद्धि भारतीय अर्थव्यवस्था के लचीलेपन और मजबूती को प्रदर्शित करती है: मोदी

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर के आंकड़े वैश्विक स्तर पर परीक्षा की घड़ी में भारतीय अर्थव्यवस्था के लचीलेपन और मजबूती को दर्शाते हैं. सरकारी आंकड़ों के अनुसार विनिर्माण, खनन और सेवा क्षेत्रों के बेहतर प्रदर्शन के कारण सितंबर तिमाही में भारत की अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर 7.6 प्रतिशत रही और यह सबसे तेजी से बढ़ती बड़ी अर्थव्यवस्था बनी रही.

  • Prime Minister Narendra Modi tweeted, "The GDP growth numbers for Q2 display the resilience and strength of the Indian economy in the midst of such testing times globally. We are committed to ensuring fast-paced growth to create more opportunities, rapid eradication of poverty… pic.twitter.com/4ttRgktQ9q

    — ANI (@ANI) November 30, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

मोदी ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, 'दूसरी तिमाही के जीडीपी आंकड़े वैश्विक स्तर पर ऐसे कठिन समय के बीच भारतीय अर्थव्यवस्था के लचीलेपन और मजबूती को दर्शाते हैं. हम अधिक अवसर पैदा करने, गरीबी के तेजी से उन्मूलन और हमारे लोगों के लिए जीवन की सुगमता में सुधार करने के लिए तेजी से विकास सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं.'

ये भी पढ़ें- FY24-25 के लिए S&P ने भारत की GDP वृद्धि अनुमान को बढ़ाया

Last Updated : Nov 30, 2023, 8:33 PM IST
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