नई दिल्ली: गुड्स एंड सर्विस टैक्स (जीएसटी) कलेक्शन दिसंबर में सालाना आधार पर 10 फीसदी बढ़कर लगभग 1.64 लाख करोड़ रुपये हो गया है. वित्त मंत्रालय ने सोमवार को यह जानकारी दी है. वहीं, एक साल पहले की समान अवधि में जीएसटी कलेक्शन 1.49 लाख करोड़ रुपये रहा था. मंत्रालय ने बयान में कहा कि इसके साथ ही अप्रैल-दिसंबर, 2023 की अवधि में ग्रॉस जीएसटी कलेक्शन 12 फीसदी की मजबूत वृद्धि के साथ 14.97 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया है.
पिछले साल की समान अवधि में इन नौ महीनों में कर कलेक्शन 13.40 लाख करोड़ रुपये रहा था. इस तरह वित्त वर्ष 2023-24 के पहले नौ महीने की अवधि में औसत मासिक कर संग्रह 1.66 लाख करोड़ रुपये रहा है. यह पिछले वित्त वर्ष 2022-23 की समान अवधि में दर्ज 1.49 लाख करोड़ रुपये के औसत कर संग्रह से 12 फीसदी अधिक है.
मंत्रालय ने दिया बयान
मंत्रालय ने बयान में कहा कि दिसंबर में कलेक्टेड ग्रॉस जीएसटी रेवेन्यू 1,64,882 करोड़ रुपये है, जिसमें से सीजीएसटी 30,443 करोड़ रुपये, एसजीएसटी 37,935 करोड़ रुपये, आईजीएसटी 84,255 करोड़ रुपये (माल के आयात पर एकत्रित 41,534 करोड़ रुपये सहित) है. इसके अलावा उपकर के रूप में 12,249 करोड़ रुपये (माल के आयात पर एकत्रित 1,079 करोड़ रुपये सहित) का कलेक्शन हुआ है. खास बात यह है कि दिसंबर इस साल का सातवां महीना है जिसमें 1.60 लाख करोड़ रुपये से अधिक का जीएसटी संग्रह हुआ है.
अप्रैल से दिसंबर में हुई 12 फीसदी की वृद्धि
वहीं, वित्त मंत्रालय ने बताया कि अप्रैल-दिसंबर 2023 के लिए सकल जीएसटी कलेक्शन अब 14.97 लाख करोड़ रुपये है, जो पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 12 फीसदी की वृद्धि दिखाता है. यह लगातार दसवां महीना है जब मासिक जीएसटी कलेक्शन 1.5 लाख करोड़ रुपये से अधिक हो गया है.