नई दिल्ली / मुंबई : वैश्विक बाजारों में कमजोर रुख के बीच राष्ट्रीय राजधानी के सर्राफा बाजार में बृहस्पतिवार को सोने का भाव 330 रुपये के नुकसान के साथ 61,370 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गया. एचडीएफसी सिक्योरिटीज ने यह जानकारी दी. पिछले कारोबारी सत्र में सोना 61,700 रुपये प्रति 10 ग्राम के भाव पर बंद हुआ था. चांदी की कीमत भी 1,650 रुपये लुढ़ककर 75,950 रुपये प्रति किलोग्राम रह गई.
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ विश्लेषक (जिंस) सौमिल गांधी ने कहा, ‘‘दिल्ली सर्राफा बाजार में सोने की हाजिर कीमत 330 रुपये की गिरावट के साथ 61,370 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गयी.’’ विदेशी बाजारों में सोना गिरावट के साथ 2,026 डॉलर प्रति औंस रह गया, जबकि चांदी गिरावट के साथ 25.10 डॉलर प्रति औंस रही. गांधी ने कहा कि अमेरिकी मुद्रास्फीति के आंकड़ों के आने के बाद सोने में उतार चढ़ाव रहा जिससे बृहस्पतिवार को एशियाई बाजार में सोने की कीमतों में गिरावट रही.
शेयर बाजार ने शुरुआती लाभ गंवाया
स्थानीय शेयर बाजारों में बृहस्पतिवार को शुरुआती बढ़त बरकरार नहीं रह पाई और भारी उतार-चढ़ाव के बीच बीएसई सेंसेक्स 35.68 अंक के मामूली नुकसान में रहा. लार्सन एंड टुब्रो में बिकवाली तथा देश में महंगाई का आंकड़ा जारी होने से पहले निवेशकों के सतर्क रुख से बाजार में गिरावट आई.
BSE Sensex 35.68 अंक यानी 0.06 प्रतिशत की गिरावट के साथ 61,904.52 अंक पर बंद हुआ. कारोबार के दौरान यह एक समय यह 62,000 अंक के पार पहुंच गया था. यह ऊंचे में 61,823.07 अंक तक गया और नीचे में 62,168.22 अंक तक आया.
NSE Nifty भी 18.10 अंक यानी 0.10 प्रतिशत की गिरावट के साथ 18,297 अंक पर बंद हुआ. सेंसेक्स की कंपनियों में लार्सन एंड टुब्रो सबसे ज्यादा पांच प्रतिशत से अधिक नुकसान में रही. कंपनी के गैर-कार्यकारी चेयरमैन एएम नायक के पद से हटने के निर्णय की खबर के बाद कंपनी का शेयर नीचे आया है. इसके अलावा ITC, Bharti Airtel, Reliance Industries, Infosys, Tata Steel, Tech Mahindra and Tata Consultancy Services के शेयर भी नीचे आए. दूसरी तरफ, एशियन पेंट्स में सर्वाधिक 3.22 प्रतिशत की तेजी आई. कंपनी का एकीकृत लाभ 2022-23 की चौथी तिमाही में 43.97 प्रतिशत बढ़कर 1,258.41 करोड़ रुपये पहुंचने के साथ इसका शेयर चढ़ गया.
Hindustan Unilever, NTPC, IndusInd Bank, UltraTech Cement and Maruti भी लाभ में रहे. जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘कुछ प्रमुख कंपनियों के कमजोर तिमाही परिणाम से घरेलू बाजार में लाभ प्रभावित हुआ.’’
उन्होंने कहा, ‘‘एशिया के अन्य बाजारों में कमजोर रुख से धारणा प्रभावित हुई. धातु और पूंजीगत सामान बनाने वाली कंपनियों के शेयरों में बिकवाली दबाव के बीच अंत में यह यह मामूली नुकसान के साथ बंद हुआ. हाल की तेजी के बाद निवेशक संभवत: ‘देखो और इंतजार करो’ की नीति अपना रहे हैं.’’ नायर ने कहा कि अमेरिका में मुद्रास्फीति के पांच प्रतिशत से नीचे आने से वैश्विक स्तर पर कुछ सकारात्मक रुख रहा. इससे संकेत मिला है कि अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व ने बढ़ती महंगाई को थामने के लिये जो कदम उठाये हैं, वे प्रभावी रहे हैं.’’ निवेशकों को शुक्रवार को जारी होने वाले मुद्रास्फीति के आंकड़ों की भी प्रतीक्षा है.
एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, चीन का शंघाई कम्पोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग नुकसान में जबकि जापान का निक्की लाभ में रहा. यूरोप के प्रमुख बाजारों में शुरुआती कारोबार में तेजी का रुख रहा. अमेरिकी बाजार बुधवार को नुकसान में रहे. शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक बुधवार को शुद्ध लिवाल रहे. उन्होंने 1,833.13 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर खरीदे. इस बीच, वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.93 प्रतिशत की तेजी के साथ 77.12 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया. BSE NIFTY Gold Silver News .