मुंबई: बैटरी अदला-बदली (स्वैपिंग) करने वाली कंपनी गोगोरो ने आगामी वर्षों में देशभर में बैटरी स्वैपिंग स्टेशन स्थापित करने के लिए हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (एचपीसीएल) के साथ प्रारंभिक समझौता किया है. गोगोरो अमेरिकी स्टॉक एक्सचेंज नैस्डैक पर सूचीबद्ध है. गोगोरो ने एक बयान में कहा कि इस समझौते के अंतर्गत गोगोरो पूरे देश में एचपीसीएल की खुदरा दुकानों पर बैटरी स्वैपिंग केंद्र स्थापित करते हुए इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों के लिए एक व्यापक बैटरी स्वैपिंग बुनियादी ढांचा विकसित करेगा.
बयान के अनुसार, सार्वजनिक क्षेत्र की तेल विपणन कंपनी एचपीसीएल की देशभर में लगभग 21,000 खुदरा दुकानें हैं. गोगोरो के संस्थापक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) होरैस ल्यूक ने कहा कि हम आने वाले वर्षों में पूरे देश में अपनी खुदरा दुकानों पर हजारों गोगोरो बैटरी स्वैपिंग केंद्र शुरू करने के लिए एचपीसीएल के साथ साझेदारी की घोषणा कर रहे हैं
उन्होंने कहा कि भारत अपने शहरी दोपहिया परिवहन तंत्र में बड़े पैमाने पर इलेक्ट्रिक वाहन स्वीकार्यता के प्रारंभिक चरण में है. यह तेजी से स्पष्ट हो रहा है कि बैटरी स्वैपिंग व्यापक स्वीकार्यता के लिए महत्वपूर्ण है, इसलिए इसके बुनियादी ढांचे का निर्माण महत्वपूर्ण है. उन्होंने आगे कहा कि गोगोरो एक बैटरी स्वैपिंग और इलेक्ट्रिक वाहन पारिस्थितिकी तंत्र को तैनात करने के लिए भारतीय व्यापार समुदाय और राष्ट्रीय और स्थानीय सरकारों के साथ मिलकर काम कर रहा है जो खुला, सुलभ और स्केलेबल है.
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विपणन निदेशक अमित गर्ग ने कहा कि एचपीसीएल और गोगोरो दोपहिया वाहनों के लिए एक व्यापक बैटरी स्वैपिंग बुनियादी ढांचे को विकसित करने के लिए साझेदारी कर रहे हैं, जो भारत में एक अग्रणी इलेक्ट्रिक वाहन पारिस्थितिकी तंत्र को विकसित और बनाए रखेगा, जो सुरक्षित, स्वच्छ और भारत के सभी शहरों में आसानी से उपलब्ध है. गर्ग ने कहा कि गोगोरो, जिसने अब तक लगभग 500 मिलियन बैटरी स्वैप हासिल किया है, एक ऐसा प्लेटफॉर्म विकसित किया है जिसे एचपीसीएल अपना सकता है और उसका अनुकरण कर सकता है.