वॉशिंगटन : फाइनेंस मिनिस्टर निर्मला सीतारमण इन दिनों आधिकारिक रुप से अमेरिका के दौरे पर है. यहां वह विश्व बैंक और अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष की इस साल की स्प्रिंग मीटिंग में शामिल होने के लिए आई हैं. इसके अलावा वह जी-20 बैठकों, निवेशकों वाली और द्विपक्षीय बैठकों और वॉशिंगटन डीसी में डब्ल्यूबीजी और आईएमएफ मुख्यालयों में होने वाली अन्य संबंधित बैठकों में हिस्सा ले रही हैं. इन बैठकों में कई अहम मुद्दों पर चर्चाएं हो रही है.
श्रीलंका के लोन मुद्दें पर बैठक हुई : गुरुवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण श्रीलंका के लोन मुद्दों को लेकर एक उच्च स्तरीय बैठक में शामिल हुईं और उन्होंने संकटग्रस्त देश को आर्थिक संकट से उबारने के लिए भारत की ओर से पूरा समर्थन देने की प्रतिबद्धता भी जताई. सीतारमण ने कहा कि ऋण पुनर्गठन चर्चाओं में सभी लेनदारों के साथ व्यवहार में पारदर्शिता और समानता सुनिश्चित करने के लिए लेनदारों के बीच सहयोग महत्वपूर्ण है.
बैठक में कौन- कौन शामिल हुए है : एक आधिकारिक बयान में बताया गया कि जापान के वित्त मंत्री सुजुकी शुनिची, श्रीलंका के वित्त राज्यमंत्री शेहान सेमासिंघे और इमैनुअल मॉलिन के अलावा फ्रांस के अधिकारी भी बैठक में मौजूद थे. इसमें श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे वर्चुअल माध्यम से शामिल हुए. इस बैठक में, मंत्रियों ने श्रीलंका के समन्वित लोन पुनर्गठन के लिए तीन सह-अध्यक्षों: भारत, जापान और फ्रांस के तहत श्रीलंका पर ऋण पुनर्गठन वार्ता प्रक्रिया शुरू करने की घोषणा की.
(पीटीआई- भाषा)
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