नई दिल्ली: त्योहार सीजन आते बाजार में खरीदारी के लिए होड़ मची रहती है. ये फेस्टिवल अपने साथ उत्सवों, परंपराओं और समारोहों की लहर लेकर आते है. लेकिन फेस्टिवल के दौरान फाइनेंस पर भी ध्यान देना उतना ही जरूरी होता है. त्योहार के समय आनंद के साथ फाइनेंस का भी बैलेंस बनाए रखना जरूरी होता है. इस सीजन खर्च करने के पहले बजट रुल पर जरूर ध्यान दें.
त्योहारी सीजन के लिए अपनी सैलरी का कितना हिस्सा आवंटित करना चाहिए, इस पर ध्यान दें. 50-30-20 बजट नियम का पालन करते हैं तो आपकी मासिक आय का 30 फीसदी रोजना के खर्च के लिए, 50 फीसदी जरूरतों पर, 30 फीसदी इच्छाओं पर और 20 फीसदी बचत और निवेश खर्च हो जाता है. इस त्योहारी सीजन पैसों के खर्च सही तरीके से करें, ताकि बाद में किसी भी तरह की समस्या ना हो.
- बेवजह के खरीदारी से बचें- जब आप बाजारों या मॉलों में जाते हैं, तो भारी छूट आपको ऐसी चीजें खरीदने के लिए उकसा सकती हैं जो देखने में तो शानदार लगती हैं. इसलिए, आपको हमेशा वही खरीदना चाहिए जो आपको चाहिए और जो आप नहीं चाहते हैं उसे खरीदने से बचें.
- ऐसे चीजे खरीदें जिनकी उपयोगिता हो- ऐसी वस्तुएं खरीदे, जिनकी उपयोगिता बहुत अधिक हो. उदाहरण के लिए, इलेक्ट्रॉनिक वस्तुओं की खरीदारी का महत्व होगा क्योंकि अब बहुत सारा काम उनके प्रभावी उपयोग से होता है. त्योहारों के दौरान वस्तुओं पर होने वाले फालतू खर्चों से बचा जा सकता है.
- अगर कोई आपको सामान खरीदने के लिए दबाव डाल रहा है तो उसका का विरोध करें- बहुत से लोग बेकार की खरीदारी पर भी खर्च करते हैं क्योंकि उनके आस-पास हर कोई ऐसा कर रहा है. किसी को सिर्फ इसलिए खर्च नहीं करना चाहिए क्योंकि दूसरे खर्च कर रहे हैं.
अलग-अलग स्कीम का उठाएं फायदा- ध्यान में रखने वाली एक और बात अलग-अलग डिजिटल भुगतान मोड का लाभ उठाना है जो आपको सबसे अधिक सुविधा और पैसा देने की पेशकश करती है.