नई दिल्ली: भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (The Competition Commission of India) ने बताया है कि अब वह सीमेंट क्षेत्र पर पूरे भारतीय बाजार का अध्ययन शुरू करने वाला है. इसका उद्देश्य भारत के सभी क्षेत्रों में सीमेंट बाजार के कामकाज और प्रतिस्पर्धा की स्थिति के बारे में तथ्यों का पता लगाना है. इसके साथ ही प्रतिस्पर्धा की स्थिति के बारे में तथ्यों का पता लगाना और व्यापक समझ विकसित करना है. आवास और बुनियादी ढांचे के लिए एक महत्वपूर्ण इनपुट, सीमेंट, कई अन्य उद्योगों के साथ जुड़ा हुआ है, जिससे अर्थव्यवस्था के समग्र विकास पथ को प्रभावित करने की क्षमता है.
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सीसीआई के अनुसार, अध्ययन में विभिन्न क्षेत्रों में सीमेंट क्षेत्र में उभरती बाजार संरचना की जांच करना, बाजार के रुझानों का अध्ययन करना, सीमेंट मूल्य निर्धारण को समझना, क्षेत्र की समग्र समझ के लिए सभी प्रासंगिक हितधारकों तक पहुंचना और प्रतिस्पर्धा में बाधाओं की पहचान करना और प्रवर्तन और वकालत प्राथमिकताओं का पता लगाना शामिल है. आयोग के अनुसार बाजार अध्ययन, सीमेंट क्षेत्र से संबंधित आयोग के समक्ष किसी भी मामले की कार्यवाही से स्वतंत्र है.
अध्ययन माध्यमिक अनुसंधान और हितधारक परामर्श का एक संयोजन होगा. गुणात्मक और मात्रात्मक जानकारी माध्यमिक और प्राथमिक स्रोतों से एकत्र की जाएगी. आयोग द्वारा डिजाइन किया गया, इस अध्ययन को इस उद्देश्य के लिए नियुक्त की जाने वाली एक बाहरी एजेंसी की सहायता से आयोग में एक अध्ययन दल द्वारा कार्यान्वित किया जाएगा. इस अध्ययन से पूरे देश में हितधारकों के साथ परामर्श करेगा.