नई दिल्ली: सेविंग के बारे में हर किसी को जानकारी होनी चाहिए. आज के समय में पैसा कमाना जितना जरूरी है, उससे ज्यादा जरूरी बचाना है. पहले के समय में भारतीय पैसा अपने पास ही रखते थे और इससे धन का प्रचलन कम हो जाता था और धन का ठहराव भी हो जाता था. लेकिन अब भारत सरकार से लेकर कई प्राइवेट संस्थानों में आप पैसे जमा करा सकते है. इन बचत योजनाओं के माध्यम से, जो सरकार द्वारा समर्थित हैं.
भारतीय नागरिक को बैंक में पैसे जमा कराने के बाद अपनी संपत्ति को उच्च ब्याज दरों के साथ कई तरह के छूट दी जाती है. इन बचत को आप जीवन के अलग-अलग पड़ाव पर उपयोग कर सकते है. इन बचत योजनाओं को भारत में स्वस्थ बचत और निवेश की आदतें विकसित होने में मदद मिलती है. इससे भी भारतीय अर्थव्यवस्था का धन का प्रवाह बढ़ाने में मदद मिलती है. बचत योजनाएं भारतीय नागरिकों के लिए सरकार के साथ-साथ अन्य सार्वजनिक क्षेत्र के वित्तीय संस्थानों द्वारा शुरू किए गए निवेश विकल्प हैं. इन बचाए गए पैसों का इस्तेमाल रिटायर होने के बाद, बच्चों की उच्च शिक्षा, उनकी शादी आदि में खर्च कर सकते है.
- अपने खर्चों को रिकॉर्ड करें- पैसा बचाना शुरू करने के ये पता लगा ले कि आप कहां और कितना खर्च करते हैं.
- अपने सभी खर्चों पर नजर रखे- इसका मतलब है कि हर महीने के खर्च पर नजर रखे. हालांकि, अपने खर्चों को रिकॉर्ड करना आपके लिए सबसे आसान है, रोजाना आप अपने खर्चों को लिखे.
- अपने सेविंग को शामिल करें- बजट बनाने से आपको खर्चों का अंदाजा मिल जाता है, अब जब आप जानते हैं कि आप एक महीने में कितना खर्च करते हैं, तो आप एक बजट बनाना शुरू कर सकते हैं. अपने बजट में बचत को शामिल करें अपने महीने के इनकम में से 20 से 30 फीसदी तक बचा लें और उसे जमा कर दें.
- खर्च में कटौती के तरीके खोजें- यदि आप ज्यादा बचत नहीं कर सकते, तो खर्चों में कटौती करना सिख लें. जिन चीजों की ज्यादा जरुरत नहीं हो उस पर खर्च से बचे. अपने मासिक खर्चों, जैसे कि अपनी कार बीमा या सेल फोन योजना, पर भी बचत करने के तरीकों की तलाश करें.
- बचत लक्ष्य निर्धारित करें- पैसे बचाने का सबसे अच्छा तरीका एक लक्ष्य निर्धारित करना है. इस बारे में सोचकर शुरुआत करें कि आप किस चीज के लिए बचत करना चाहते हैं.
- अपनी बचत की समीक्षा करें- अपने बजट की समीक्षा करें और हर महीने अपनी बजट को जांच करें. इससे आपको अपनी व्यक्तिगत बचत योजना बचत की समझ होगी. साथ ही समस्याओं की पहचान करने में भी मदद मिलेगी.