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Budget 2023 : गृह मंत्रालय के बजट में 11 हजार करोड़ रु. की बढ़ोतरी - union budget of India

फाइनेंस मिनिस्टर ने वित्त वर्ष 2023- 24 के लिए 1 फरवरी को बजट पेश किया है. इस बजट में अलग- अलग सेक्टर के लिए योजना के हिसाब से आवंटन किया जाता है. इसी क्रम में गृह मंत्रालय के लिए 1.96 लाख करोड़ रुपये के आवंटन का प्रस्ताव रखा गया.

Budget 2023
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Published : Feb 1, 2023, 7:47 PM IST

नई दिल्ली : 1 फरवरी को केंद्र सरकार ने आंतरिक सुरक्षा को लेकर अपनी प्राथमिकताओं के बारे में स्पष्ट संदेश देते हुए गृह मंत्रालय के लिए 1.96 लाख करोड़ रुपये के आवंटन का प्रस्ताव रखा, जिसमें अधिकांश व्यय सेंट्रल रिजर्व पुलिस बल और खुफिया सूचना एकत्रित करने पर किया जाएगा. वर्ष 2023-24 के लिए गृह मंत्रालय को 1,96,034.94 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया है. 2022-23 के बजट में मंत्रालय के लिए बजट आवंटन में 1,85,776.55 करोड़ रुपये चिह्नित किये गये थे.

बजट में बड़ा हिस्सा अंतरराष्ट्रीय सीमा पर अवसंरचना, पुलिस अवसंरचना और पुलिस बलों के आधुनिकीकरण के लिए आवंटित किया गया है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को वित्त वर्ष 2023-24 के लिए केंद्रीय बजट प्रस्तुत किया. इसमें से 1,27,756.74 करोड़ रुपये सेंट्रल रिजर्व पुलिस बल के लिए आवंटित किये गये हैं. चालू वित्त वर्ष के लिए यह आवंटन 1,19,070.36 करोड़ रुपये रहा. केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) को 31,772.23 करोड़ रुपये आवंटित किये गये हैं, जबकि 2022-23 में 31,495.88 करोड़ रुपये आवंटित किये गये थे. यह बल आंतरिक सुरक्षा और जम्मू कश्मीर में आतंकवाद से निपटने में मुख्य रूप से जिम्मेदारी निभाता है.

बीएसएफ के लिए बजट में 1,214 बढ़ा
पाकिस्तान और बांग्लादेश के साथ लगी भारत की सीमा पर पहरा देने वाले और आंतरिक सुरक्षा जिम्मेदारियों को संभालने वाले सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) को मौजूदा वित्त वर्ष के 23,557.51 करोड़ रुपये की तुलना में 24,771.28 करोड़ रुपये देने का प्रस्ताव किया गया है. परमाणु संयंत्रों, हवाई अड्डों और मेट्रो नेटवर्क जैसे अहम स्थानों की सुरक्षा करने वाले केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) को 13,214.68 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया है, जो 2022-23 में 12,293.23 करोड़ रुपये था.

नेपाल और भूटान से लगी भारत की सीमाओं पर पहरा देने वाले सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) को 8,329.10 करोड़ रुपये आवंटित किये गये हैं. 2022-23 में उसे 8,019.78 करोड़ रुपये आवंटित किये गये थे. इसी तरह भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) को 8,096.89 करोड़ रुपये, असम राइफल्स को 7,052.46 करोड़ रुपये, राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) को 1,286.54 करोड़ रुपये, आसूचना ब्यूरो (आईबी) को 3,418.32 करोड़ रुपये, विशेष सुरक्षा समूह (एसपीजी) को 433.59 करोड़ रुपये और दिल्ली पुलिस को 11,662.03 करोड़ रुपये आवंटित करने का प्रस्ताव है. इसी तरह सीमा अवसंरचना के विकास के लिए 3,545.03 करोड़ रुपये, पुलिस ढांचे के विकास के लिए 3636.66 करोड़ रुपये तथा देश में पुलिस बलों के आधुनिकीकरण के लिए 3,750 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया है.

(भाषा)

पढ़ें : Tax छूट, PMAY का बजट बढ़ाने से रियल एस्टेट में मांग बढ़ने की संभावना

नई दिल्ली : 1 फरवरी को केंद्र सरकार ने आंतरिक सुरक्षा को लेकर अपनी प्राथमिकताओं के बारे में स्पष्ट संदेश देते हुए गृह मंत्रालय के लिए 1.96 लाख करोड़ रुपये के आवंटन का प्रस्ताव रखा, जिसमें अधिकांश व्यय सेंट्रल रिजर्व पुलिस बल और खुफिया सूचना एकत्रित करने पर किया जाएगा. वर्ष 2023-24 के लिए गृह मंत्रालय को 1,96,034.94 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया है. 2022-23 के बजट में मंत्रालय के लिए बजट आवंटन में 1,85,776.55 करोड़ रुपये चिह्नित किये गये थे.

बजट में बड़ा हिस्सा अंतरराष्ट्रीय सीमा पर अवसंरचना, पुलिस अवसंरचना और पुलिस बलों के आधुनिकीकरण के लिए आवंटित किया गया है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को वित्त वर्ष 2023-24 के लिए केंद्रीय बजट प्रस्तुत किया. इसमें से 1,27,756.74 करोड़ रुपये सेंट्रल रिजर्व पुलिस बल के लिए आवंटित किये गये हैं. चालू वित्त वर्ष के लिए यह आवंटन 1,19,070.36 करोड़ रुपये रहा. केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) को 31,772.23 करोड़ रुपये आवंटित किये गये हैं, जबकि 2022-23 में 31,495.88 करोड़ रुपये आवंटित किये गये थे. यह बल आंतरिक सुरक्षा और जम्मू कश्मीर में आतंकवाद से निपटने में मुख्य रूप से जिम्मेदारी निभाता है.

बीएसएफ के लिए बजट में 1,214 बढ़ा
पाकिस्तान और बांग्लादेश के साथ लगी भारत की सीमा पर पहरा देने वाले और आंतरिक सुरक्षा जिम्मेदारियों को संभालने वाले सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) को मौजूदा वित्त वर्ष के 23,557.51 करोड़ रुपये की तुलना में 24,771.28 करोड़ रुपये देने का प्रस्ताव किया गया है. परमाणु संयंत्रों, हवाई अड्डों और मेट्रो नेटवर्क जैसे अहम स्थानों की सुरक्षा करने वाले केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) को 13,214.68 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया है, जो 2022-23 में 12,293.23 करोड़ रुपये था.

नेपाल और भूटान से लगी भारत की सीमाओं पर पहरा देने वाले सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) को 8,329.10 करोड़ रुपये आवंटित किये गये हैं. 2022-23 में उसे 8,019.78 करोड़ रुपये आवंटित किये गये थे. इसी तरह भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) को 8,096.89 करोड़ रुपये, असम राइफल्स को 7,052.46 करोड़ रुपये, राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) को 1,286.54 करोड़ रुपये, आसूचना ब्यूरो (आईबी) को 3,418.32 करोड़ रुपये, विशेष सुरक्षा समूह (एसपीजी) को 433.59 करोड़ रुपये और दिल्ली पुलिस को 11,662.03 करोड़ रुपये आवंटित करने का प्रस्ताव है. इसी तरह सीमा अवसंरचना के विकास के लिए 3,545.03 करोड़ रुपये, पुलिस ढांचे के विकास के लिए 3636.66 करोड़ रुपये तथा देश में पुलिस बलों के आधुनिकीकरण के लिए 3,750 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया है.

(भाषा)

पढ़ें : Tax छूट, PMAY का बजट बढ़ाने से रियल एस्टेट में मांग बढ़ने की संभावना

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