चेन्नई : अडाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन लिमिटेड (एपीएसईजेड) ने मंगलवार को अपनी तिमाही परिणाम को जार किया. इसके अनुसार वित्त वर्ष 2023 की तीसरी तिमाही में उनका मुनाफा 1,336.51 करोड़ रुपये का रहा. एक शीर्ष अधिकारी ने कहा कि कंपनी अगले वित्त वर्ष के दौरान 5,000 करोड़ रुपये के ऋण पुनर्भुगतान/पूर्व भुगतान पर विचार कर रही है.
कंपनी ने कहा कि 31 दिसंबर, 2022 को समाप्त तिमाही के लिए, उसने 4,781.71 करोड़ रुपये (वित्त वर्ष 2022 की तीसरी तिमाही 4,071.98 करोड़ रुपये) का समेकित परिचालन राजस्व अर्जित किया था और अब 1,336.51 करोड़ रुपये (1,535.28 करोड़ रुपये) का शुद्ध लाभ अर्जित किया है.
एपीएसईजेड के अनुसार, समीक्षाधीन अवधि के लिए इसका शुद्ध लाभ पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में कम था, जो कि उच्च फॉरेक्स मार्क-टू-मार्केट लॉस (वित्त वर्ष 2023 की तीसरी तिमाही में 315 करोड़ रुपये बनाम वित्त वर्ष 2022 की तीसरी तिमाही में 13 करोड़ रुपये) के कारण था. ग्रुप के पूर्णकालिक निदेशक करन अडाणी ने कहा, 'अपनी विकास यात्रा को जारी रखते हुए, एपीएसईजेड ने 14,500-15,000 करोड़ रुपये के वित्त वर्ष 2024 ईबीआईटीडीए को लक्षित किया है.'
उन्होंने कहा कि 4,000-4,500 करोड़ रुपये के अनुमानित पूंजीगत व्यय के अलावा, हम कुल ऋण चुकौती और लगभग 5,000 करोड़ रुपये के पूर्व भुगतान पर विचार कर रहे हैं, जो ईबीआईटीडीए रेश्यिो में हमारे शुद्ध ऋण में काफी सुधार करेगा और इसे 24 मार्च तक 2.5 एक्स (2.5 गुना) के करीब लाएगा.' अनियमितताओं के समूह की कंपनियों के खिलाफ शॉर्ट-विक्रेता के आरोपों का जिक्र करते हुए, एपीएसईजेड ने कहा कि कंपनियों और इसकी सहायक कंपनियों के तिमाही/छमाही परिणामों के लिए कोई वित्तीय समायोजन की आवश्यकता नहीं है. एपीएसईजेड ने कहा, 'यदि आवश्यक हुआ तो प्रबंधन मामले के एक स्वतंत्र मूल्यांकन का और मूल्यांकन करेगा.'
(आईएएनएस)
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