मुंबई: बिजनेसमैन गौतम अडाणी ने अपनी पांच कंपनियों अडाणी ग्रीन एनर्जी, अडाणी एनर्जी सॉल्यूशंस, अडाणी पोर्ट्स एंड एसईजेड, एसीसी और अंबुजा सीमेंट्स के लिए 2050 या उससे पहले शुद्ध शून्य उत्सर्जन का लक्ष्य हासिल करने की योजना बनाई है. उद्योगपति गौतम अडाणी नीत समूह सक्रिय रूप से नवीकरणीय ऊर्जा की 'सोर्सिंग' कर रहा है. समूह संचालन का विद्युतीकरण का रहा है और जैव ईंधन को अपना रहा है. इसके साथ ही 'वेस्ट हीट रिकवरी' और ऊर्जा भंडारण प्रौद्योगिकियों को तैनात कर रहा है.
रिन्यूएबल एनर्जी हिस्सेदारी में बढ़त
वित्त वर्ष 2023-24 की पहली छमाही के लिए अडाणी एनर्जी सॉल्यूशंस की सहायक कंपनी अडाणी इलेक्ट्रिसिटी मुंबई ने कंपोजिट मिक्स में अपनी रिन्यूएबल एनर्जी (आरई) हिस्सेदारी को प्रभावशाली 38.3 प्रतिशत तक बढ़ा दिया है. अडाणी एनर्जी सॉल्यूशंस को अग्रणी ईएसजी वैश्विक प्रदर्शन रेटिंग एजेंसी सीएसआरएचयूबी से 86 प्रतिशत अंक मिले हैं. इसके साथ ही एईएसएल का स्कोर 911 कंपनियों के इलेक्ट्रिक तथा गैस यूटिलिटीज उद्योग के औसत से आगे रहा.
तीन गीगा-कारखानों का हो रहा निर्माण
अडाणी पोर्ट 2040 तक शुद्ध शून्य उत्सर्जक बनने की राह पर है. वित्त वर्ष 2023-24 की पहली छमाही में इसने कुल ऊर्जा मिश्रण में रिन्यूएबल एनर्जी की 15 प्रतिशत हिस्सेदारी हासिल की. ऊर्जा उत्सर्जन 48 प्रतिशत रहा. अडाणी एंटरप्राइजेज अपनी कम लागत वाली एकीकृत हरित हाइड्रोजन परियोजना के हिस्से के रूप में 10 गीगावॉट सौर पैनल, 10 गीगावॉट पवन टर्बाइन और पांच गीगावॉट हाइड्रोजन इलेक्ट्रोलाइजर विकसित करने के लक्ष्य के साथ तीन गीगा-कारखानों का निर्माण कर रही है. अडाणी समूह ने कॉर्बन उत्सर्जन में कटौती पर अधिक जोर देने के लिए 2030 तक 10 करोड़ पेड़ लगाने का वादा भी किया है.