नई दिल्ली: येस बैंक पर रिजर्व बैंक के रोक लगाने और निदेशक मंडल को भंग करने के बाद शुक्रवार को येस बैंक का शेयर 25 प्रतिशत गिरकर खुला और सुबह के कारोबार में यह 80 प्रतिशत तक नीचे चला गया.
बीएसई पर बैंक का शेयर 24.96 प्रतिशत गिरकर 27.65 रुपये प्रति शेयर पर खुला. सुबह 11.35 बजे के कारोबार में इसका भाव 80 प्रतिशत की गिरावट के साथ 6 रुपये प्रति शेयर चल रहा है.
इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज पर बैंक का शेयर शुरुआत में 20 प्रतिशत गिरकर 29.45 रुपये पर पहुंच गया. सुबह 11 बजे के कारोबार में यह 80 प्रतिशत गिरकर 6 रुपये प्रति शेयर पर चल रहा है. अन्य बैंकों के शेयर में भी गिरावट दर्ज की गयी है.
एसबीआई भी सात प्रतिशत गिरा
बीएसई पर आरबीएल बैंक का शेयर 15 प्रतिशत, इंडसइंड बैंक का शेयर 11 प्रतिशत, भारतीय स्टेट बैंक का शेयर सात प्रतिशत और एक्सिस बैंक का शेयर चार प्रतिशत तक घटा है.
रिजर्व बैंक ने बृहस्पतिवार को सरकार से मशविरा करने के बाद येस बैंक पर रोक लगायी और उसके निदेशक मंडल को भी भंग कर दिया है. वहीं बैंक के ग्राहकों पर भी 50,000 रुपये मासिक तक निकासी करने की रोक लगायी है. येस बैंक किसी भी तरह का नया ऋण वितरण या निवेश भी नहीं कर सकेगा.
केंद्रीय बैंक ने भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के पूर्व मुख्य वित्त अधिकारी (सीएफओ) प्रशांत कुमार को येस बैंक का प्रशासक नियुक्त किया गया है. वहीं एसबीआई बोर्ड ने नकदी संकट से जूझ रहे येस बैंक में निवेश के लिए सैद्धांतिक स्वीकृति दे दी है.
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बृहस्पतिवार को देर शाम, एसबीआई बोर्ड ने शेयर बाजारों को सूचित किया, "येस बैंक से संबंधित मामले पर बृहस्पतिवार को बैंक के केंद्रीय बोर्ड की बैठक में चर्चा की गई और बोर्ड ने बैंक में निवेश अवसर तलाशने के लिए सैद्धांतिक रूप से मंजूरी दे दी है."
येस बैंक के जमाकर्ताओं को एटीएम से धन निकालने में झेलनी पड़ी परेशानी
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा येस बैंक पर पाबंदी लगाए जाने के बाद बैंक के परेशान जमाकर्ताओं को एटीएम से धन निकालने में मुश्किलों का सामना करना पड़ा. लंबी कतारों में खड़े जमाकर्ताओं को कहीं मशीनें बंद पड़ी मिलीं तो कहीं एटीएम में धन नहीं था. येस बैंक के ग्राहकों की मुसीबत और बढ़ गई जब उन्हें इंटरनेट बैंकिंग प्रणाली के माध्यम से धन स्थानांतरित करने में भी असुविधा झेलनी पड़ी.
फोन-पे के पेमेंट्स में हो रही है दिक्कत
येस बैंक पर आरबीआई के लगाम के बाद देश में प्रमुख डिजिटल सेवाएं प्रभावित हुई हैं. नेशनल पेमेंट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया देश में यूपीआई भुगतान और इसके पारिस्थितिकी तंत्र को नियंत्रित करता है. जिसमें येस बैंक को बहुत सारी डिजिटल सेवाओं के लिए प्रमुख बैक-एंड प्रदाताओं में से एक के रूप में सूचीबद्ध किया गया है.
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Dear @PhonePe_ customers. We sincerely regret the long outage. Our partner bank (Yes Bank) was placed under moratorium by RBI. Entire team's been working all night to get services back up asap. We hope to be live in a few hours. Thanks for your patience. Stay tuned for updates!
— Sameer.Nigam (@_sameernigam) March 6, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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— Sameer.Nigam (@_sameernigam) March 6, 2020
येस बैंक के ग्राहकों के हितों की रक्षा की जाएगी: मुख्य आर्थिक सलाहकार
मुख्य आर्थिक सलाहकार कृष्णमूर्ति सुब्रमण्यम ने शुक्रवार को येस बैंक के ग्राहकों के हितों की सुरक्षा का आश्वासन दिया. उन्होंने कहा कि बैंक के जमाकर्ताओं का धन सुरक्षित है और बैंक के पुनर्गठन के लिए सभी विकल्पों पर विचार किया जा रहा है.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के साथ बैठक के बाद सुब्रमण्यम ने यहां संवाददाताओं से कहा, "रिजर्व बैंक ने सही कदम उठाया है. सभी जमाकर्ताओं का धन सुरक्षित है." उन्होंने भरोसा दिलाया कि बैंक के ग्राहकों के हितों की रक्षा की जाएगी.
येस बैंक का समाधान बहुत तेजी से कर लिया जाएगा: दास
संकट में फंसे यसबैंक पर मौजूदा समय में रोक लगाने के निर्णय का बचाव करते हुए रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने शुक्रवार को कहा कि बैंक से जुड़े मुद्दों का समाधान बहुत जल्दी कर लिया जाएगा. दास ने कहा, "येस बैंक का समाधान बहुत तेजी से कर लिया जाएगा. हमने इस पर रोक के लिए 30 दिन की समय सीमा तय की है. रिजर्व बैंक की ओर से इस दिशा में आप बहुत जल्द कार्रवाई होते देखेंगे."
येस बैंक के ग्राहकों का पैसा सुरक्षित, रिजर्व बैंक जल्द समाधान के लिए कर रहा काम: सीतारमण
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को येस बैंक के खाताधारकों को भरोसा दिलाया कि उनका पैसा सुरक्षित है और रिजर्व बैंक येस बैंक से जुड़े मुद्दों का तेजी से समाधान करने के लिए काम कर रहा है. सीतारमण ने यहां संवाददाताओं से कहा, "मैं रिजर्व बैंक के साथ लगातार संपर्क में हूं. केंद्रीय बैंक की इस मामले पर पूरी पकड़ है और उसने इसके जल्द समाधान के लिए आश्वस्त किया है. मैं भरोसा दिलाना चाहती हूं कि यसबैंक के हर जमाकर्ता का धन सुरक्षित है."
उन्होंने कहा कि यह कदम जमाकर्ताओं, बैंक और अर्थव्यवस्था के हित में उठाए गए हैं. सीतारमण ने कहा, "हमारी इस मामले पर पूरी पकड़ है. रिजर्व बैंक के गवर्नर ने मुझे भरोसा दिलाया है कि यसबैंक के किसी भी ग्राहक को कोई नुकसान नहीं होगा."
येस बैंक की समस्या सिर्फ उसकी, बैंकिंग क्षेत्र की नहीं: एसबीआई प्रमुख
भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के चेयरमैन रजनीश कुमार ने शुक्रवार को कहा कि येस बैंक की समस्या सिर्फ उससे जुड़ी है, यह पूरे बैंकिंग क्षेत्र की समस्या नहीं है. कुमार यह बात रिजर्व बैंक के बृहस्पतिवार को येस बैंक पर रोक लगाने के अगले दिन कही.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के साथ बैठक के बाद कुमार ने यहां संवाददाताओं से कहा, "रिजर्व बैंक ने कहा है कि वह येस बैंक के लिए एक पुनर्गठन योजना लेकर आएंगे." उन्होंने कहा कि येस बैंक के मुद्दे का समाधान बहुत जल्द हो जाएगा. कुमार ने कहा, "यह बैंकिंग क्षेत्र की दिक्कत नहीं है. यह सिर्फ बैंक से जुड़ी (येस बैंक) दिक्कत है."
पहले पीएमसी बैंक, अब येस बैंक. क्या सरकार बिल्कुल भी चिंतित नहीं है?
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने येस बैंक के मामले को लेकर शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि मोदी एवं उनके विचारों ने देश की अर्थव्यवस्था को बर्बाद कर दिया है.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने दावा किया, "भाजपा 6 साल से सत्ता में है. वित्तीय संस्थानों को नियंत्रित और विनियमित करने की उनकी क्षमता उजागर होती जा रही है." उन्होंने सवाल किया, "पहले पीएमसी बैंक, अब येस बैंक. क्या सरकार बिल्कुल भी चिंतित नहीं है? क्या वो अपनी जिम्मेदारी से बच सकते हैं? क्या अब कतार में कोई तीसरा बैंक है?"
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No Yes Bank.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) March 6, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
Modi and his ideas have destroyed India’s economy.
#NoBank
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जब उपरोक्त अवधि के दौरान समग्र बैंक ऋण में लगभग 10 प्रतिशत की वृद्धि हुई, तो YES BANK की ऋण पुस्तिका में लगभग 35 प्रतिशत की वृद्धि कैसे हुई?
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(पीटीआई-भाषा इनपुट के साथ)