मुंबई : शेयर बाजार में आज तेजी देखी गई. लगभग 175 अंकों की उछाल के बाद सेंसेक्स ने रिकॉर्ड स्तर छू लिया. शुक्रवार को कारोबार खत्म होने के समय सेंसेक्स 56,124.72 और एनएसई निफ्टी 68.30 अंक चढ़कर 16,705.20 अंक पर बंद हुआ. इसके अलावा अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये की विनिमय दर 53 पैसे मजबूत हुई. शुक्रवार को रुपया 73.69 (अस्थायी) पर बंद हुआ.
शुक्रवार को वैश्विक बाजारों से कमजोर संकेत के बावजूद घरेलू शेयर बाजारों में तेजी रही और बीएसई सेंसेक्स 175 अंक से अधिक चढ़कर पहली बार 56,000 अंक के ऊपर बंद हुआ. बुनियादी ढांचा, वित्त और दवा कंपनियों के शेयरों में जोरदार लिवाली से बाजार में तेजी आयी. कारोबारियों के अनुसार अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये में 53 पैसे की जोरदार बढ़त से भी धारणा को मजबूती मिली.
शुरुआती कारोबार में 30 शेयरों पर आधारित सेंसेक्स गिरावट के साथ खुला. लेकिन बाद में अच्छी तेजी आयी और यह 175.62 अंक यानी 0.31 प्रतिशत मजबूत होकर रिकार्ड 56,124.72 अंक पर बंद हुआ. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 68.30 अंक यानी 0.41 प्रतिशत मजबूत होकर अब तक के उच्चतम स्तर 16,705.20 अंक पर बंद हुआ.
कंपनियों के शेयरों में उछाल और गिरावट
सेंसेक्स में शामिल शेयरों में 3.64 प्रतिशत की तेजी के साथ सर्वाधिक लाभ में अल्ट्राटेक सीमेंट रहा. इसके अलावा एल एंड टी, डा. रेड्डीज, बजाज फिनसर्व, सन फार्मा, टीसीएस और कोटक बैंक में भी प्रमुख रूप से तेजी रही. दूसरी तरफ गिरावट वाले प्रमुख शेयरों में इन्फोसिस, इंडसइंड बैंक, महिंद्रा एंड महिंद्रा, नेस्ले इंडिया, एचसीएल टेक, एचडीएफसी बैंक और टेक महिंद्रा शामिल हैं. इनमें 1.07 प्रतिशत तक की गिरावट आयी.
धातु और दवा क्षेत्र में सुधार
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, 'वैश्विक बाजारों में मिले-जुले रुख के बावजूद घरेलू बाजार में तेजी रही. वैश्विक स्तर पर मिले-जुले रुख का कारण निवेशकों को जैक्सन होल आर्थिक संगोष्ठि में होने वाली घोषणा का इंतजार है. मझोली और छोटी कंपनियों के शेयरों का प्रदर्शन बेहतर रहा जबकि धातु और दवा क्षेत्र में सुधार देखने को मिला.'
उन्होंने कहा, 'वैश्विक स्तर पर बाजार को अमेरिकी अर्थव्यवस्था पर फेडरल रिजर्व के चेयरमैन की टिप्पणी और भविष्य में नीतियों में बदलाव के बारे में स्पष्टता की प्रतीक्षा है.'
सप्ताह के दौरान सेंसेक्स 795.40 अंक यानी 1.43 प्रतिशत चढ़ा जबकि निफ्टी में 254.70 अंक यानी 1.54 प्रतिशत की तेजी आयी.
छोटी कंपनियों से जुड़े सूचकांक
पूंजीगत सामान (2.14 प्रतिशत), मूल सामग्री (1.69 प्रतिशत), औद्योगिक (1.58 प्रतिशत) और बिजली (1.46 प्रतिशत) की अगुवाई में बीएसई के सभी खंडवार सूचकांक शुक्रवार को लाभ में रहे. बीएसई मझोली और छोटी कंपनियों से जुड़े सूचकांकों में 1.04 प्रतिशत की तेजी रही.
वैश्विक स्तर पर एशिया के अन्य बाजारों में शंघाई और सियोल लाभ में रहें जबकि हांगकांग और तोक्यो में गिरावट रही. यूरोप के प्रमुख बाजारों में दोपहर के कारोबार में गिरावट का रुख रहा.
पूंजी बाजार में विदेशी संस्थागत निवेशक
इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.94 प्रतिशत मजबूत होकर 71.74 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया. अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 53 पैसे उछलकर 71.74 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया. शेयर बाजार में उपलब्ध अस्थायी आंकड़े के अनुसार विदेशी संस्थागत निवेशक पूंजी बाजार में शुद्ध बिकवाल रहे. उन्होंने गुरुवार को 1,974.48 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे.
रुपए में 10 महीनों में सबसे ज्यादा उछाल
घरेलू शेयर बाजार में आई तेजी के समर्थन से अंतर बैंक विदेशीमुद्रा विनिमय बाजार में शुक्रवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 53 पैसे के जोरदार उछाल के साथ 73.69 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ. इस स्तर पर रुपया पिछले 10 सप्ताह के उच्चस्तर पर पहुंच गया. अमेरिकी फेडरल रिजर्व के अध्यक्ष जेरोम पॉवेल के संबोधन से पहले बाजार में तेजी का रुख रहा.
अंतर बैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में कारोबार की शुरुआत में रुपया 74.17 पर मजबूत खुला. कारोबार के दौरान 73.69 से 74.20 रुपये के दायरे में घूमने के बाद अंत में पिछले दिन के बंद भाव की तुलना में 53 पैसे ऊंचा रहकर 73.69 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ. साप्ताहिक आधार पर डॉलर के मुकाबले रुपये में 70 पैसे की तेजी आई है.
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एचडीएफसी सिक्योरिटीज के शोध विश्लेषक, दिलीप परमार ने कहा, 'शुक्रवार देर शाम जैक्शन हॉल संगोष्ठी से पहले मासांत की डॉलर मांग और विदेशी निधियों के बढ़ते निवेश को देखते हुए रुपये में 16 अप्रैल, 2021 के बाद किसी एक दिन के कारोबार के दौरान की सबसे बड़ी तेजी आई है.'
रिलायंस सिक्योरिटीज के वरिष्ठ शोध विश्लेषक, श्रीराम अय्यर के अनुसार, 'रुपया में पूरे सप्ताह एक सीमित दायरे में कारोबार हुआ है लेकिन निवेश बढ़ने की उम्मीदों के बीच विदेशी बैंकों की डॉलर बिकवाली से पिछले चार महीनों के दौरान यह एक दिन की सर्वाधिक तेजी को दर्शाता है.'
(पीटीआई-भाषा)