नई दिल्ली: पेट्रोल और डीजल के दाम में बुधवार को भी कोई बदलाव नहीं हुआ, लेकिन अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम में फिर तेजी देखी जा रही है, जिससे पेट्रोल और डीजल के दाम में आगे राहत मिलने की संभावना कम हो गई है.
अमेरिका-चीन व्यापारिक वार्ता शुरू होने की दिशा में प्रगति की रिपोर्ट के बाद बाजार में लौटे सकारात्मक रुझान से तेल के दाम में फिर तेजी आई है. हालांकि कमोडिटी विश्लेषक बताते हैं कि तेल के दाम में तेजी ईरान और वेनेजुएला से तेल की सप्लाई प्रभावित होने के कारण लौटी है.
पेट्रोल के दाम में लगातार दूसरे, जबकि डीजल के दाम में लगातार तीसरे दिन बुधवार को स्थिरता बनी रही.
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इंडियन ऑयल की वेबसाइट के अनुसार, दिल्ली, कोलकाता, मुंबई और चेन्नई में पेट्रोल के दाम पूर्ववत क्रमश: 73 रुपये, 75.04 रुपये, 78.59 रुपये और 75.79 रुपये प्रति लीटर बने रहे. चारों महानगरों में डीजल के दाम भी पूर्ववत क्रमश: 66.66 रुपये, 68.40 रुपये, 69.81 रुपये और 70.43 रुपये प्रति लीटर बने रहे.
अंतर्राष्ट्रीय वायदा बाजार आईसीई पर जुलाई डिलीवरी ब्रेंट क्रूड पिछले सत्र के मुकाबले 0.49 फीसदी की तेजी के साथ 70.22 डॉलर प्रति बैरल पर बना हुआ था. वहीं, नायमैक्स पर वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट के जून अनुबंध में 0.73 फीसदी की बढ़त के साथ 61.85 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार चल रहा था.
एंजेल ब्रोकिंग के डिप्टी वाइस प्रेसिडेंट, ऊर्जा व करेंसी रिसर्च अनुज गुप्ता के अनुसार, ईरान और वेनेजुएला पर अमेरिकी प्रतिबंध के कारण कच्चे तेल की वैश्विक आपूर्ति में कमी आने की आशंका से तेल की कीमतों को सपोर्ट मिल रहा है. उन्होंने कहा कि ईरान से तेल आयात करने वालें देशों की दी गई छूट दो मई से समाप्त हो जाने बाद ईरान से तेल की आपूर्ति थम जाएगी जिससे वैश्विक आपूर्ति का संकट बना रहेगा.