बिजनेस डेस्क, ईटीवी भारत: देश भर में गुरुवार को गणेश चतुर्थी को धूमधाम से मनाया जा रहा है. हिंदु देवी-देवताओं में सर्वाधिक पूजे जाने वाले गणेश जी को प्रथम-पूज्य भी कहा गया है. ऐसा उनके तेज दिमाग और त्वरित निर्णय लेने की क्षमता की वजह से माना जाता है.
यदि गणेश जी को ध्यान से अवलोकित किया जाए तो गणेश हमे न सिर्फ आध्यात्म बल्कि अन्य भी सीख देते हैं. आइये जानते हैं गणेश जी हमे निवेश जगत के क्या ज्ञान देते हैं:
सीखकर करें निवेश
सबसे पहले हम उनके बड़े सिर से शुरू करते हैं यह हमें हमेशा सीखते रहने की सलाह देता है.
उदाहरण के लिए, एक अच्छी निवेश योजना बनाने के लिए योग्य ज्ञान और सीख की आवश्यकता होती है.
इसलिए, हमेशा अच्छा रिटर्न बनाने के लिए अपने निवेश विकल्पों का हमेशा निरीक्षण और मूल्यांकन करते रहना एक अच्छा विचार है.
ध्यान ही कुंजी है
भगवान गणेश की आंखें छोटी और नुकीली हैं.
वे हमें हमेशा केंद्रित और सतर्क रहना सिखाते हैं.
एक निवेशक को हमेशा वित्तीय योजनाओं के सूक्ष्म विवरण पर ध्यान केंद्रित करने की कोशिश करनी चाहिए, चाहे वह अवांछित कठिनाइयों से बचने के लिए बीमा योजना या पोर्टफोलियो हो.
छोटी चीजें का महत्व
हमें छोटे संसाधना का भी महत्व गणेश के वाहन से सीखना चाहिए, जो कि एक चूहा है.
अपनी पूर्ण क्षमता के लिए सबसे छोटी राशि का उपयोग करना सुनिश्चित करना भी प्रभु से अनुकरण करने का एक व्यावहारिक सबक है.
लाभ और हानि दोनों स्वीकार करें
एक निवेशक को हमेशा मुनाफे और नुकसान दोनों को स्वीकार करने के लिए पर्याप्त मजबूत होना चाहिए क्योंकि आपकी निवेश योजनाएं हमेशा अच्छे रिटर्न नहीं दे सकती हैं.
यहां, भगवान गणेश का बड़ा पेट हमें वित्तीय निर्णय के बुरे और अच्छे दोनों परिणामों को पचाना सिखाता है.
जोखिमों को पहचाने और सुरक्षित रहें
भगवान गणेश को बाधाओं या विघ्नहर्ता के रूप में भी माना जाता है.
ये हमें हमेशा जीवन के जोखिम और कठिन चरणों से निपटने और सुरक्षित रहने के लिए सिखाते हैं.
ये भी पढ़ें: अमेरिका में बेरोजगारी ने तोड़ा रिकार्ड