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लॉकडाउन में ढील से दूरसंचार कंपनियों की आय में दूसरी तिमाही में 5 प्रतिशत की वृद्धि: रिपोर्ट

वित्तीय सेवा कंपनी जेफरीज की रिपोर्ट के अनुसार भारती एयरटेल और रिलायंस जियो की बाजार हिस्सेदारी बढ़ी है. इन दोनों कंपनियों ने ये हिस्सेदारी वोडाफोन आइिया से हासिल की है. भारती एयरटेल का प्रदर्शन परिचालन मानदंडों पर निरंतर बेहतर बना हुआ है.

लॉकडाउन में ढील से दूरसंचार कंपनियों की आय में दूसरी तिमाही में 5 प्रतिशत की वृद्धि: रिपोर्ट
लॉकडाउन में ढील से दूरसंचार कंपनियों की आय में दूसरी तिमाही में 5 प्रतिशत की वृद्धि: रिपोर्ट
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Published : Nov 3, 2020, 1:08 PM IST

Updated : Nov 3, 2020, 1:16 PM IST

नई दिल्ली: दूरसंचार क्षेत्र में 'लॉकडाउन' में ढील दिये जाने का सकारात्मक असर पड़ा और सितंबर तिमाही में आय में करीब 5 प्रतिशत तक की वृद्धि हुई है. वहीं जून तिमाही में इसमें केवल एक प्रतिशत की वृद्धि हुई थी.

वित्तीय सेवा कंपनी जेफरीज की रिपोर्ट के अनुसार भारती एयरटेल और रिलायंस जियो की बाजार हिस्सेदारी बढ़ी है. इन दोनों कंपनियों ने ये हिस्सेदारी वोडाफोन आइिया से हासिल की है. भारती एयरटेल का प्रदर्शन परिचालन मानदंडों पर निरंतर बेहतर बना हुआ है.

रिपोर्ट में कहा गया है, "चालू वित्त वर्ष 2020-21 की दूसरी तिमाही में शीर्ष तीन कंपनियों की सकल आय में तिमाही -दर-तिमाही आधार पर 5 प्रतिशत की वृद्धि हुई. जबकि पहली तिमाही में केवल एक प्रतिशत की वृद्धि हुई थी."

इनमें भारती एयरटेल की आय में 2020-21 की दूसरी तिमाही में सर्वाधिक 7 प्रतिशत की वृद्धि हुई. वहीं जियो की आय 6 प्रतिशत जबकि वोडाफोन आइडिया की आय इस दौरान केवल एक प्रतिशत की वृद्धि हुई. भारत का परिचालन मानदंड लगातार बेहतर बना हुआ है.

ग्राहकों की संख्या को देखा जाए तो जहां शुद्ध रूप से रिलायंस जियो और भारतीय एयरटेल को लाभ हुआ, वहीं वोडाफोन आइडिया को इस मामले में नुकसान हुआ है.

बोफा सिक्योरिटीज ने सोमवार को अपनी रिपोर्ट में कहा, "...भारती के ग्राहकों की संख्या शुद्ध रूप से 1.39 करोड़ बढ़ी जबकि जियो ने 73 लाख नये ग्राहक जोड़े. दूसरी तरफ वोडाफोन आइडिया को 80 लाख ग्राहकों का नुकसान हुआ है."

बोफा ने कहा, "वोडाफोन आइडिया (वीआईएल) के लिये चिंताजनक बात उसके नेटवर्क पर डेटा/वॉयस ट्रैफिक में 4/4 प्रतिशत की गिरावट है. जबकि दूसरी दूरसंचर कंपनियों के मामले में इस खंड में वृद्धि हुई है. यह बताता है कि ग्राहक कंपनी छोड़कर जा रहे हैं...."

रिपोर्ट में अनुमान लगाया गया है कि शुल्क दरों में वृद्धि के मामले में वीआईएल को अगुवा बनने की जरूरत होगी. इसका कारण कंपनी के बही-खातों का कमजोर होना है.

ये भी पढ़ें: अमेरिकी चुनाव: जानिए ट्रंप या बिडेन की जीत पर कैसे प्रतिक्रिया दे सकता है शेयर बाजार?

इसमें कहा गया है, "भारती और जियो उसका अनुकरण कर सकती हैं लेकिन इस बात की संभावना कम है कि वे शुल्क में वृद्धि को लेकर अगुवाई करेंगी. इसका कारण प्रतिस्पर्धा के लिहाज दोनों के बेहतर स्थिति में होना है."

हालांकि शुल्क वृद्धि पर विचार करते समय वीआईएल ग्राहकों की धारणा समेत अन्य तत्वों पर विचार कर सकती है. उसे इस बात पर गौर करना होगा कि इससे उसके कारोबार को कोई जोखिम तो नहीं होगा. साथ ही वीआईएल के नेटवर्क गुणवत्ता में सुधार से उसे छोड़कर जाने वाले वाले ग्राहकों का प्रतिशत कम होगा.

दूरसंचार क्षेत्र में आने वाले समय में जियो स्मार्टफोन, नीलामी और वीआईएल के कोष जुटाने जैसी गतिविधियों पर नजरें होंगी.

गोल्डमैन सैक्श ने कहा कि शुल्क वद्धि के बिना निकट भविष्य में दूरसंचार कंपनियों की आय में वृद्धि में गिरावट आएगी. उसने इस साल के समाप्त होने से पहले शुल्क दरों में वृद्धि का अनुमान जताया है.

(पीटीआई-भाषा)

नई दिल्ली: दूरसंचार क्षेत्र में 'लॉकडाउन' में ढील दिये जाने का सकारात्मक असर पड़ा और सितंबर तिमाही में आय में करीब 5 प्रतिशत तक की वृद्धि हुई है. वहीं जून तिमाही में इसमें केवल एक प्रतिशत की वृद्धि हुई थी.

वित्तीय सेवा कंपनी जेफरीज की रिपोर्ट के अनुसार भारती एयरटेल और रिलायंस जियो की बाजार हिस्सेदारी बढ़ी है. इन दोनों कंपनियों ने ये हिस्सेदारी वोडाफोन आइिया से हासिल की है. भारती एयरटेल का प्रदर्शन परिचालन मानदंडों पर निरंतर बेहतर बना हुआ है.

रिपोर्ट में कहा गया है, "चालू वित्त वर्ष 2020-21 की दूसरी तिमाही में शीर्ष तीन कंपनियों की सकल आय में तिमाही -दर-तिमाही आधार पर 5 प्रतिशत की वृद्धि हुई. जबकि पहली तिमाही में केवल एक प्रतिशत की वृद्धि हुई थी."

इनमें भारती एयरटेल की आय में 2020-21 की दूसरी तिमाही में सर्वाधिक 7 प्रतिशत की वृद्धि हुई. वहीं जियो की आय 6 प्रतिशत जबकि वोडाफोन आइडिया की आय इस दौरान केवल एक प्रतिशत की वृद्धि हुई. भारत का परिचालन मानदंड लगातार बेहतर बना हुआ है.

ग्राहकों की संख्या को देखा जाए तो जहां शुद्ध रूप से रिलायंस जियो और भारतीय एयरटेल को लाभ हुआ, वहीं वोडाफोन आइडिया को इस मामले में नुकसान हुआ है.

बोफा सिक्योरिटीज ने सोमवार को अपनी रिपोर्ट में कहा, "...भारती के ग्राहकों की संख्या शुद्ध रूप से 1.39 करोड़ बढ़ी जबकि जियो ने 73 लाख नये ग्राहक जोड़े. दूसरी तरफ वोडाफोन आइडिया को 80 लाख ग्राहकों का नुकसान हुआ है."

बोफा ने कहा, "वोडाफोन आइडिया (वीआईएल) के लिये चिंताजनक बात उसके नेटवर्क पर डेटा/वॉयस ट्रैफिक में 4/4 प्रतिशत की गिरावट है. जबकि दूसरी दूरसंचर कंपनियों के मामले में इस खंड में वृद्धि हुई है. यह बताता है कि ग्राहक कंपनी छोड़कर जा रहे हैं...."

रिपोर्ट में अनुमान लगाया गया है कि शुल्क दरों में वृद्धि के मामले में वीआईएल को अगुवा बनने की जरूरत होगी. इसका कारण कंपनी के बही-खातों का कमजोर होना है.

ये भी पढ़ें: अमेरिकी चुनाव: जानिए ट्रंप या बिडेन की जीत पर कैसे प्रतिक्रिया दे सकता है शेयर बाजार?

इसमें कहा गया है, "भारती और जियो उसका अनुकरण कर सकती हैं लेकिन इस बात की संभावना कम है कि वे शुल्क में वृद्धि को लेकर अगुवाई करेंगी. इसका कारण प्रतिस्पर्धा के लिहाज दोनों के बेहतर स्थिति में होना है."

हालांकि शुल्क वृद्धि पर विचार करते समय वीआईएल ग्राहकों की धारणा समेत अन्य तत्वों पर विचार कर सकती है. उसे इस बात पर गौर करना होगा कि इससे उसके कारोबार को कोई जोखिम तो नहीं होगा. साथ ही वीआईएल के नेटवर्क गुणवत्ता में सुधार से उसे छोड़कर जाने वाले वाले ग्राहकों का प्रतिशत कम होगा.

दूरसंचार क्षेत्र में आने वाले समय में जियो स्मार्टफोन, नीलामी और वीआईएल के कोष जुटाने जैसी गतिविधियों पर नजरें होंगी.

गोल्डमैन सैक्श ने कहा कि शुल्क वद्धि के बिना निकट भविष्य में दूरसंचार कंपनियों की आय में वृद्धि में गिरावट आएगी. उसने इस साल के समाप्त होने से पहले शुल्क दरों में वृद्धि का अनुमान जताया है.

(पीटीआई-भाषा)

Last Updated : Nov 3, 2020, 1:16 PM IST
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