नई दिल्ली: रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने शुक्रवार को कहा कि रेलवे ने गरीब कल्याण रोजगार अभियान की शुरुआत के महज चार सप्ताह के अंदर इसके तहत ग्रामीण क्षेत्रों में 608 करोड़ रुपये से अधिक राशि खर्च की है और 1.6 लाख से अधिक श्रम दिवस का सृजन किया है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 20 जून को गरीब कल्याण रोजगार अभियान की शुरुआत की थी. यह योजना छह राज्यों- उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान, मध्य प्रदेश, ओडिशा और झारखंड के 116 चिह्नित जिलों में चल रही है.
रेलवे बोर्ड के चेयरमैन वी के यादव ने एक ऑनलाइन प्रेस ब्रीफिंग में कहा, "पिछले चार सप्ताह में हमने 1,61,251 श्रम दिवस सृजित किये हैं और 608.87 करोड़ रुपये खर्च किये हैं. यह बहुत उत्साहवर्द्धक है और हम इसमें सहयोग देते रहेंगे."
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रेलवे ने योजना के तहत 160 बुनियादी संरचना परियोजनाओं को चिह्नित किया है. योजना का उद्देश्य कोरोना वायरस महामारी और लॉकडाउन के कारण अपने गांवों में लौटे श्रमिकों को रोजगार प्रदान करना है.
इसमें अक्टूबर के अंत तक करीब आठ लाख श्रम दिवस सृजित करने की परिकल्पना की गयी है और करीब 1,800 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है.
(पीटीआई-भाषा)