मुंबई : भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने हाल में हुए सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के विलय के संबंध में ग्राहकों की संतुष्टि के बारे में पता लगाने के लिए एक सर्वेक्षण करने का फैसला किया है.
ग्राहक संतुष्टि सर्वेक्षण के तहत अन्य सवालों के अलावा यह भी पूछा जाएगा कि क्या विलय ग्राहक सेवाओं के लिहाज से सकारात्मक रहा या नहीं. इस सवाल के जवाब में ग्राहकों के पास - अत्यधिक सहमत, सहमत, ठीकठाक, असहमत, अत्यधिक असहमत, जैसे विकल्प होंगे.
प्रस्तावित सर्वेक्षण में उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, बिहार, कर्नाटक, मध्य प्रदेश और गुजरात सहित 21 राज्यों के कुल 20,000 उत्तरदाता शामिल होंगे और इसमें कुल 22 प्रश्न होंगे.
इन 22 सवालों में चार सवाल खासतौर से उन बैंकों के ग्राहकों के लिए हैं, जिनकी शाखाओं का दूसरे बैंक की शाखाओं में विलय किया गया है. इन ग्राहकों से ग्राहक सेवाओं और शिकायतों के समाधान को लेकर उनके अनुभवों के बारे में पूछा जाएगा.
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पीएसबी बैंकों के विलय के तहत देना बैंक और विजया बैंक को बैंक ऑफ बड़ौदा में मिलाया गया था, ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स और यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया को पंजाब नेशनल बैंक में मिलाया गया, केनरा बैंक के साथ सिंडिकेट बैंक को मिलाया गया. इसके अलावा इंडियन बैंक के साथ इलाहाबाद बैंक और यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के साथ आंध्रा बैंक और कॉर्पोरेशन बैंक का विलय हुआ.
इसके अलावा लक्ष्मी विलास बैंक का डीबीएस बैंक में विलय किया गया.