गाजियाबाद: विश्व साइकिल दिवस के दिन बुधवार को देश की मशहूर साइकिल कंपनी एटलस ने आर्थिक तंगी के कारण अपनी फैक्ट्री अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दी. यूपी के गाजियाबाद स्थित एटलस कंपनी एक प्रमुख साइकिल फैक्ट्री है.
कोरोना और लॉकडाउन की वजह से कंपनी को काफी घाटा हुआ था. जिसके बाद पैसों के अभाव में कंपनी ने यह फैसला लिया है.
मशहूर साइकिल कंपनी एटलस ने बताया कि उसने अपना सबसे बड़ा कारखाना बंद कर दिया है. कंपनी ने आर्थिक तंगी का हवाला देते हुए कारखाने को बंद करने की बात कही है. कंपनी का कहना है कि उनके पास अब पैसा नहीं बचा है और कारखाना चलाने में वो असमर्थ हैं.
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एटलस साइकिल्स (हरियाणा) लिमिटेड ने उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद के साहिबाबाद में स्थित अपने सबसे बड़े कारखाना पर एक नोटिस चस्पा किया है. कंपनी ने कहा है कि हम कई वषों से भारी आर्थिक संकट से गुजर रहे हैं. हमारे सभी फंड खर्च हो गए हैं. अब हमारे पास कोई अन्य आय के स्रोत नहीं बचे हैं.
कंपनी ने यहां तक कहा कि अब उसके पास दैनिक खर्चों के लिए भी पैसे नहीं है. जब तक धन का प्रबंध नहीं हो जाता तब तक कच्चा माल भी नहीं खरीदा जा सकता है. कंपनी ने कहा है कि ऐसी स्थिति में हम कंपनी चलाने में असमर्थ हैं.
वहीं, कर्मचारी यूनियन के नेता महेश कुमार ने कहा कि कंपनी को इस बारे कम से कम तीन हफ्ते पहले बताना चाहिए था. अचानक नोटिस देने के बाद यहां काम कर रहे एक हजार कर्मचारियों के सामने रोजी-रोटी का संकट आ गया है.
एटलस साइकिल फैक्ट्री बंद होने पर मायावती ने जताई चिंता
बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष और यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने एटलस साइकिल की फैक्ट्री बंद होने पर चिंता जाहिर की है. मायावती ने ट्विटर पोस्ट में लिखा, "ऐसे समय जबकि लॉकडाउन के कारण बंद पड़े उद्योगों को खोलने के लिए आर्थिक पैकेज आदि सरकारी मदद देने की बात की जा रही है, जबकि यूपी के गाजियाबाद स्थित एटलस जैसी प्रमुख साइकिल फैक्ट्री के धन अभाव में बन्द होने की खबर चिंताओं को बढ़ाने वाली है. सरकार तुरन्त ध्यान दे तो बेहतर है."