नई दिल्ली : औद्योगिक उत्पादन में गिरावट और मानसून के सामान्य से नीचे रहने के आसार के बीच 2019-20 में देश की आर्थिक वृद्धि दर 7.3 प्रतिशत रहने का अनुमान है. इंडिया रेटिंग्स एंड रिसर्च ने मंगलवार को यह उम्मीद जताई. इससे पहले आर्थिक वृद्धि 7.5 प्रतिशत रहने की उम्मीद जताई गई थी.
इंडिया रेटिंग्स ने कहा कि 2019 में मानसून के सामान्य से नीचे रहने के अनुमान, कृषि से जुड़ी समस्याएं, औद्योगिक उत्पादन खासकर विनिर्माण एवं बिजली उत्पादन में सुस्ती आर्थिक वृद्धि में गिरावट के प्रमुख कारक हो सकते हैं.
इसके अलावा, दिवाला एवं ऋण शोधन अक्षमता संहिता 2016 के तहत राष्ट्रीय कंपनी विधि न्यायाधिकरण (एनसीएलटी) को भेजे जाने वाले मामलों में धीमी प्रगति की इसकी वजह है.
इंडिया रेटिंग्स ने विज्ञप्ति में कहा कि फंसी पूंजी के उत्पादन प्रक्रिया में वापस नहीं आने से निवेश सुधार पर असर पड़ेगा. इंडिया रेटिंग्स एंड रिसर्च ने मानसून से जुड़े पूर्वानुमान आने के बाद, कृषि सकल मूल्यवर्धित वृद्धि के 2.5 प्रतिशत पर रहने का अनुमान जताया है. इसके पहले 3 प्रतिशत पर रहने की उम्मीद जताई गई थी. 2018-19 में यह 2.7 प्रतिशत दर्ज की गई थी.
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने मानसून के करीब-करीब सामान्य रहने की उम्मीद जताई है, जबकि मौसम की जानकारी देने वाली निजी कंपनी स्काईमेट ने 2019 में मानसून के सामान्य से कम रहने का अनुमान जताया है.
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