सियोल: हवाई परिवहन उद्योग के एक संगठन ने ईंधन की महंगाई और व्यापारिक तनाव के मद्देनजर वैश्विक एयरलाइन उद्योग के 2019 के लाभ के बारे में अपना अनुमान घटा कर 28 अरब डॉलर कर दिया. इससे पहले इस साल 35.5 अरब डॉलर के मुनाफे का अनुमान था. अंतर्राष्ट्रीय हवाई परिवहन संघ (आईएटीए) ने रविवार को यह बात कही.
आईएटीए ने कहा कि ईंधन के बढ़ते दाम और कमजोर होते वैश्विक व्यापार से कारोबारी वातावरण प्रभावित हो रहा है. आईएटीए ने 290 एयरलाइंस का समूह है. आईएटीए ने कहा कि कुल लागत 7.4 प्रतिशत बढ़ेगी, जो राजस्व वृद्धि से अधिक होगी. राजस्व वृद्धि 6.5 प्रतिशत रहने का अनुमान है. इसके अलावा आईएटीए का अनुमान है कि प्रति यात्री मुनाफा 2019 में घटकर 6.12 डॉलर रह जाएगा जो पिछले साल 6.85 डॉलर रहा था.
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आईएटीए ने अपने अनुमान को घटाते हुए कहा है कि 2019 में वैश्विक हवाई परिवहन उद्योग का मुनाफा 28 अरब डॉलर रहेगा, जबकि दिसंबर, 2018 में उसने इसके 35.5 अरब डॉलर रहने का अनुमान लगाया था. समूह ने कहा कि एयरलाइंस के लिए कारोबारी माहौल काफी खराब हुआ है. ईंधन के बढ़ते दाम और वैश्विक व्यापार की स्थिति कमजोर होने से ऐसा हुआ है.
आईएटीए के अनुसार वर्ष के दौरान एयरलाइंस का ईंधन बिल बढ़कर 206 अरब डॉलर पर पहुंच जाने का अनुमान है जो उनकी औसत परिचालन लागत का 25 प्रतिशत बैठेगा.
आईएटीए ने कहा, "कच्चे तेल के दाम बढ़ने के साथ जेट ईंधन (एटीएफ) भी महंगा हुआ है. हमारा अनुमान है कि अगले साल जेट ईंधन का औसत दाम 87.5 डॉलर प्रति बैरल रहेगा, जबकि ब्रेंट कच्चे तेल का दाम 70 डॉलर प्रति बैरल होगा."