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कोविड-19 के खिलाफ संघर्ष में कॉरपोरेट जगत ने किया बढ़ चढ़कर योगदान: ओयो

पारले प्रोडक्ट्स, रिलायंस इंडस्ट्रीज, पतंजलि, फ्लिपकार्ट और जोमैटो जैसी कंपनियां शामिल हैं. ओयो होटल्स ने एक विज्ञप्ति में कहा कि महामारी के कारण उत्पन्न चुनौतियों से पार पाने में पूरे देश ने एकजुटता का प्रदर्शन किया है. इस एकजुटता ने स्वतंत्रता संग्राम के दिनों की याद दिला दी है. यह देश की आजादी के बाद की संभवत: सबसे बड़ी सामूहिक लड़ाई है.

कोविड-19 के खिलाफ संघर्ष में कॉरपोरेट जगत ने किया बढ़ चढ़कर योगदान: ओयो
कोविड-19 के खिलाफ संघर्ष में कॉरपोरेट जगत ने किया बढ़ चढ़कर योगदान: ओयो
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Published : Aug 16, 2020, 7:29 PM IST

नई दिल्ली: आतिथ्य-सत्कार क्षेत्र की कंपनी ओयो होटल्स एंड होम्स ने देश के 74वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर ऐसी 10 भारतीय कंपनियों की सूची तैयार की है, जिन्होंने कोविड-19 के खिलाफ जारी संघर्ष में अहम योगदान दिया है.

पारले प्रोडक्ट्स, रिलायंस इंडस्ट्रीज, पतंजलि, फ्लिपकार्ट और जोमैटो जैसी कंपनियां शामिल हैं. ओयो होटल्स ने एक विज्ञप्ति में कहा कि महामारी के कारण उत्पन्न चुनौतियों से पार पाने में पूरे देश ने एकजुटता का प्रदर्शन किया है. इस एकजुटता ने स्वतंत्रता संग्राम के दिनों की याद दिला दी है. यह देश की आजादी के बाद की संभवत: सबसे बड़ी सामूहिक लड़ाई है.

ये भी पढ़ें- मार्केट आउटलुक: विदेशी बाजार की चाल, मानूसन के हाल पर रहेगी निवेशकों की नजर

ओयो ने कहा कि इसमें घरेलू उद्योग जगत ने भी अपने स्तर पर बढ़-चढ़ कर योगदान दिया है. सूची में सबसे पहले पारले प्रोडक्ट्स का जिक्र किया गया है. बयान में कहा गया, "महामारी के कारण दिहाड़ी मजदूरों का रोजगार छिन गया और उनके समक्ष खाने का संकट उत्पन्न हो गया. ऐसे में देश की सबसे पुरानी बिस्किट कंपनी पारले ने सरकारी एजेंसियों के सहयोग से तीन सप्ताह में तीन करोड़ पैकेट बिस्किट का वितरण किया."

इसी तरह विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अल्कोहल आधारित हैंड सेनिटाइजर तथा साबून से हाथ धोने के निर्देश के बाद गोदरेज समूह, पतंजलि आयुर्वेद और हिंदुस्तान यूनिलीवर जैसी एफएमसीजी कंपनियों ने स्वच्छता व साफ-सफाई से जुड़े उत्पादों के दाम कम कर दिये.

बयान में कहा गया कि ओयो होटल्स ने महामारी के दौरान बिना लक्षण वाले संक्रमित लोगों के अलग-थलग रहने की व्यवस्था करने के लिये अपोलो हॉस्पिटल्स के साथ मिलकर काम किया.

कंपनी ने भारत के अलावा अमेरिका में भी चिकित्सकों के लिये रहने की व्यवस्था की. इसी तरह मैरिको ने एटीई चंद्रा फाउंडेशन के साथ मिलकर महामारी से संबंधित नवोन्मेषी समाधान विकसित कराने का अभियान शुरू किया. कंपनी ने चिकित्सा-प्रौद्योगिकी समाधान खोजने वाले के लिये ढाई करोड़ रुपये के पुरस्कार की भी घोषणा की.

देश की सबसे बड़ी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज ने अपने सर एचएन रिलायंस फाउंडेशन हॉस्पिटल के माध्यम से मुंबई के सेवन हिल्स हॉस्पिटल में 522 बिस्तरों वाले समर्पित कोविड-केंद्र की व्यवस्था की. इसके अलावा कंपनी ने विभिन्न स्वयंसेवी संगठनों के साथ मिलकर जरूरतमंद लोगों के बीच नि:शुल्क भोजन वितरण भी किया.

इसके अलावा टाटा समूह, सार्वजनिक उपक्रमों और कई अन्य कंपनियों ने पीएम केयर्स फंड में भी बढ़ चढ़कर योगदान किया है. बयान में फ्लिपकार्ट, बिगबास्केट, ग्रोफर्स और जोमाटो जैसी स्टार्टअप कंपनियों का जिक्र करते हुए कहा गया कि इन्होंने संकट के समय में आवश्यक सामानों की आपूर्ति सुनिश्चित करने में योगदान दिया.

(पीटीआई-भाषा)

नई दिल्ली: आतिथ्य-सत्कार क्षेत्र की कंपनी ओयो होटल्स एंड होम्स ने देश के 74वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर ऐसी 10 भारतीय कंपनियों की सूची तैयार की है, जिन्होंने कोविड-19 के खिलाफ जारी संघर्ष में अहम योगदान दिया है.

पारले प्रोडक्ट्स, रिलायंस इंडस्ट्रीज, पतंजलि, फ्लिपकार्ट और जोमैटो जैसी कंपनियां शामिल हैं. ओयो होटल्स ने एक विज्ञप्ति में कहा कि महामारी के कारण उत्पन्न चुनौतियों से पार पाने में पूरे देश ने एकजुटता का प्रदर्शन किया है. इस एकजुटता ने स्वतंत्रता संग्राम के दिनों की याद दिला दी है. यह देश की आजादी के बाद की संभवत: सबसे बड़ी सामूहिक लड़ाई है.

ये भी पढ़ें- मार्केट आउटलुक: विदेशी बाजार की चाल, मानूसन के हाल पर रहेगी निवेशकों की नजर

ओयो ने कहा कि इसमें घरेलू उद्योग जगत ने भी अपने स्तर पर बढ़-चढ़ कर योगदान दिया है. सूची में सबसे पहले पारले प्रोडक्ट्स का जिक्र किया गया है. बयान में कहा गया, "महामारी के कारण दिहाड़ी मजदूरों का रोजगार छिन गया और उनके समक्ष खाने का संकट उत्पन्न हो गया. ऐसे में देश की सबसे पुरानी बिस्किट कंपनी पारले ने सरकारी एजेंसियों के सहयोग से तीन सप्ताह में तीन करोड़ पैकेट बिस्किट का वितरण किया."

इसी तरह विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अल्कोहल आधारित हैंड सेनिटाइजर तथा साबून से हाथ धोने के निर्देश के बाद गोदरेज समूह, पतंजलि आयुर्वेद और हिंदुस्तान यूनिलीवर जैसी एफएमसीजी कंपनियों ने स्वच्छता व साफ-सफाई से जुड़े उत्पादों के दाम कम कर दिये.

बयान में कहा गया कि ओयो होटल्स ने महामारी के दौरान बिना लक्षण वाले संक्रमित लोगों के अलग-थलग रहने की व्यवस्था करने के लिये अपोलो हॉस्पिटल्स के साथ मिलकर काम किया.

कंपनी ने भारत के अलावा अमेरिका में भी चिकित्सकों के लिये रहने की व्यवस्था की. इसी तरह मैरिको ने एटीई चंद्रा फाउंडेशन के साथ मिलकर महामारी से संबंधित नवोन्मेषी समाधान विकसित कराने का अभियान शुरू किया. कंपनी ने चिकित्सा-प्रौद्योगिकी समाधान खोजने वाले के लिये ढाई करोड़ रुपये के पुरस्कार की भी घोषणा की.

देश की सबसे बड़ी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज ने अपने सर एचएन रिलायंस फाउंडेशन हॉस्पिटल के माध्यम से मुंबई के सेवन हिल्स हॉस्पिटल में 522 बिस्तरों वाले समर्पित कोविड-केंद्र की व्यवस्था की. इसके अलावा कंपनी ने विभिन्न स्वयंसेवी संगठनों के साथ मिलकर जरूरतमंद लोगों के बीच नि:शुल्क भोजन वितरण भी किया.

इसके अलावा टाटा समूह, सार्वजनिक उपक्रमों और कई अन्य कंपनियों ने पीएम केयर्स फंड में भी बढ़ चढ़कर योगदान किया है. बयान में फ्लिपकार्ट, बिगबास्केट, ग्रोफर्स और जोमाटो जैसी स्टार्टअप कंपनियों का जिक्र करते हुए कहा गया कि इन्होंने संकट के समय में आवश्यक सामानों की आपूर्ति सुनिश्चित करने में योगदान दिया.

(पीटीआई-भाषा)

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