ETV Bharat / business

टेस्ला के सीईओ की योजना सफल हुई तो रोबोट चलायेंगे बैटरी कारें

मस्क की यह योजना सोमवार को टेस्ला के सिलिकॉन वैली स्थित मुख्यालय में एक कार्यक्रम के दौरान पेश की गयी, लेकिन स्वयं चलने में सक्षम कारों को लेकर विशेषज्ञों के बीच डर है कि मस्क टेस्ला की इलेक्ट्रिक कारों की बिक्री बढ़ाने के प्रयासों के तहत आम लोगों की सुरक्षा से समझौता कर रहे हैं.

author img

By

Published : Apr 24, 2019, 12:29 PM IST

कॉन्सेप्ट इमेज।

सैन फ्रांसिस्को : टेस्ला के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एलन मस्क की बैटरी कारों को रोबोट से चलाने वाली कारों में बदलने की योजना है. उनकी योजना यदि परवान चढ़ी तो कंपनी की बैटरी कारें सड़क पर खुद-ब-खुद दौड़ती नजर आयेंगी. अगले एक साल में वह रोबोट परिचालित कारों का ऐसा नेटवर्क तैयार करना चाहते हैं जो कि उबर या अन्य टैक्सी सेवा कंपनियों से प्रतिस्पर्धा कर सकें.

मस्क की यह योजना सोमवार को टेस्ला के सिलिकॉन वैली स्थित मुख्यालय में एक कार्यक्रम के दौरान पेश की गयी.

लेकिन स्वयं चलने में सक्षम कारों को लेकर विशेषज्ञों के बीच डर है कि मस्क टेस्ला की इलेक्ट्रिक कारों की बिक्री बढ़ाने के प्रयासों के तहत आम लोगों की सुरक्षा से समझौता कर रहे हैं.

इसी बीच इस बात पर भी सवाल खड़े होते हैं कि क्या वाहन बनाने वाली 15 साल पुरानी कंपनी इससे लगातार पैसा कमा सकती है.

इस बारे में कारनेगी मेलन विश्वविद्यालय में इलेक्ट्रिक एवं कंप्यूटर इंजीनियरिंग के प्रोफेसर राज राजकुमार ने कहा, "यह एक स्वप्न की तरह लगता है जो वह लोगों को बेच रहे हैं. मेरे हिसाब से यह जरूरत से ज्यादा आशावादी है जो मस्क का जाना-पहचाना तरीका है."

विशेषज्ञों के संदेह को गलत साबित करने के लिए मस्क को नियामकों को यह समझाना होगा कि हजारों इलेक्ट्रिक कारों को रोबोट के माध्यम से स्वयं चलने वाली कारों में तब्दील करने की टेस्ला की प्रौद्योगिकी सुरक्षित और इंसानों से अधिक विश्वसनीय है. इस काम को करने के लिए मस्क को यह स्थापित करना होगा कि टेस्ला के पास स्वयं चलने में सक्षम कारों के उत्पादन के बेहतर तरीके हैं. अमेरिका में 60 अन्य कंपनियां इसी दिशा में काम कर रही हैं.

इनमें से कुछ कंपनियां अपने स्वचालित वाहनों को इस साल के भीतर ही छोटे इलाकों में चलाना शुरू कर देंगी लेकिन अधिकतर विशेषज्ञों का मानना है कि अगले एक दशक या उससे भी ज्यादा समय तक ये कंपनियां इन कारों का व्यापक पैमाने पर उपयोग करने में सक्षम नहीं होंगी.

अन्य कंपनियों की कारों की तरह टेस्ला की कारों में लाइट बीम नहीं होती जिसे लिडार कहा जाता है. जबकि अधिकतर विशेषज्ञ इसे रोबोट से चलने वाले चाहनों के लिए अहम उपकरण मानते हैं. गूगल ने भी अपनी वायमो और जनरल मोटर्स ने अपनी क्रूज ऑटोमेशन में इसका उपयोग किया है.
ये भी पढ़ें : होंडा ने अमेज का नया संस्करण उतारा, कीमत 8.56 लाख रुपये

सैन फ्रांसिस्को : टेस्ला के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एलन मस्क की बैटरी कारों को रोबोट से चलाने वाली कारों में बदलने की योजना है. उनकी योजना यदि परवान चढ़ी तो कंपनी की बैटरी कारें सड़क पर खुद-ब-खुद दौड़ती नजर आयेंगी. अगले एक साल में वह रोबोट परिचालित कारों का ऐसा नेटवर्क तैयार करना चाहते हैं जो कि उबर या अन्य टैक्सी सेवा कंपनियों से प्रतिस्पर्धा कर सकें.

मस्क की यह योजना सोमवार को टेस्ला के सिलिकॉन वैली स्थित मुख्यालय में एक कार्यक्रम के दौरान पेश की गयी.

लेकिन स्वयं चलने में सक्षम कारों को लेकर विशेषज्ञों के बीच डर है कि मस्क टेस्ला की इलेक्ट्रिक कारों की बिक्री बढ़ाने के प्रयासों के तहत आम लोगों की सुरक्षा से समझौता कर रहे हैं.

इसी बीच इस बात पर भी सवाल खड़े होते हैं कि क्या वाहन बनाने वाली 15 साल पुरानी कंपनी इससे लगातार पैसा कमा सकती है.

इस बारे में कारनेगी मेलन विश्वविद्यालय में इलेक्ट्रिक एवं कंप्यूटर इंजीनियरिंग के प्रोफेसर राज राजकुमार ने कहा, "यह एक स्वप्न की तरह लगता है जो वह लोगों को बेच रहे हैं. मेरे हिसाब से यह जरूरत से ज्यादा आशावादी है जो मस्क का जाना-पहचाना तरीका है."

विशेषज्ञों के संदेह को गलत साबित करने के लिए मस्क को नियामकों को यह समझाना होगा कि हजारों इलेक्ट्रिक कारों को रोबोट के माध्यम से स्वयं चलने वाली कारों में तब्दील करने की टेस्ला की प्रौद्योगिकी सुरक्षित और इंसानों से अधिक विश्वसनीय है. इस काम को करने के लिए मस्क को यह स्थापित करना होगा कि टेस्ला के पास स्वयं चलने में सक्षम कारों के उत्पादन के बेहतर तरीके हैं. अमेरिका में 60 अन्य कंपनियां इसी दिशा में काम कर रही हैं.

इनमें से कुछ कंपनियां अपने स्वचालित वाहनों को इस साल के भीतर ही छोटे इलाकों में चलाना शुरू कर देंगी लेकिन अधिकतर विशेषज्ञों का मानना है कि अगले एक दशक या उससे भी ज्यादा समय तक ये कंपनियां इन कारों का व्यापक पैमाने पर उपयोग करने में सक्षम नहीं होंगी.

अन्य कंपनियों की कारों की तरह टेस्ला की कारों में लाइट बीम नहीं होती जिसे लिडार कहा जाता है. जबकि अधिकतर विशेषज्ञ इसे रोबोट से चलने वाले चाहनों के लिए अहम उपकरण मानते हैं. गूगल ने भी अपनी वायमो और जनरल मोटर्स ने अपनी क्रूज ऑटोमेशन में इसका उपयोग किया है.
ये भी पढ़ें : होंडा ने अमेज का नया संस्करण उतारा, कीमत 8.56 लाख रुपये

Intro:Body:

सैन फ्रांसिस्को : टेस्ला के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एलन मस्क की बैटरी कारों को रोबोट से चलाने वाली कारों में बदलने की योजना है. उनकी योजना यदि परवान चढ़ी तो कंपनी की बैटरी कारें सड़क पर खुद-ब-खुद दौड़ती नजर आयेंगी. अगले एक साल में वह रोबोट परिचालित कारों का ऐसा नेटवर्क तैयार करना चाहते हैं जो कि उबर या अन्य टैक्सी सेवा कंपनियों से प्रतिस्पर्धा कर सकें.

मस्क की यह योजना सोमवार को टेस्ला के सिलिकॉन वैली स्थित मुख्यालय में एक कार्यक्रम के दौरान पेश की गयी.

लेकिन स्वयं चलने में सक्षम कारों को लेकर विशेषज्ञों के बीच डर है कि मस्क टेस्ला की इलेक्ट्रिक कारों की बिक्री बढ़ाने के प्रयासों के तहत आम लोगों की सुरक्षा से समझौता कर रहे हैं.

इसी बीच इस बात पर भी सवाल खड़े होते हैं कि क्या वाहन बनाने वाली 15 साल पुरानी कंपनी इससे लगातार पैसा कमा सकती है.

इस बारे में कारनेगी मेलन विश्वविद्यालय में इलेक्ट्रिक एवं कंप्यूटर इंजीनियरिंग के प्रोफेसर राज राजकुमार ने कहा, "यह एक स्वप्न की तरह लगता है जो वह लोगों को बेच रहे हैं. मेरे हिसाब से यह जरूरत से ज्यादा आशावादी है जो मस्क का जाना-पहचाना तरीका है."

विशेषज्ञों के संदेह को गलत साबित करने के लिए मस्क को नियामकों को यह समझाना होगा कि हजारों इलेक्ट्रिक कारों को रोबोट के माध्यम से स्वयं चलने वाली कारों में तब्दील करने की टेस्ला की प्रौद्योगिकी सुरक्षित और इंसानों से अधिक विश्वसनीय है. इस काम को करने के लिए मस्क को यह स्थापित करना होगा कि टेस्ला के पास स्वयं चलने में सक्षम कारों के उत्पादन के बेहतर तरीके हैं. अमेरिका में 60 अन्य कंपनियां इसी दिशा में काम कर रही हैं.

इनमें से कुछ कंपनियां अपने स्वचालित वाहनों को इस साल के भीतर ही छोटे इलाकों में चलाना शुरू कर देंगी लेकिन अधिकतर विशेषज्ञों का मानना है कि अगले एक दशक या उससे भी ज्यादा समय तक ये कंपनियां इन कारों का व्यापक पैमाने पर उपयोग करने में सक्षम नहीं होंगी.

अन्य कंपनियों की कारों की तरह टेस्ला की कारों में लाइट बीम नहीं होती जिसे लिडार कहा जाता है. जबकि अधिकतर विशेषज्ञ इसे रोबोट से चलने वाले चाहनों के लिए अहम उपकरण मानते हैं. गूगल ने भी अपनी वायमो और जनरल मोटर्स ने अपनी क्रूज ऑटोमेशन में इसका उपयोग किया है.

ये भी पढ़ें :


Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.