मुंबई : इलेक्ट्रिक वाहन विनिर्माताओं के संगठन एसएमईवी ने बृहस्पतिवार को कहा कि ऑटो और ऑटो कलपुर्जों के लिए उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना से ई-मोबिलिटी उद्योग को बढ़ावा मिलेगा.
सोसाइटी ऑफ मैन्युफैक्चरर्स ऑफ इलेक्ट्रिक व्हीकल्स (एसएमईवी) के महानिदेशक सोहिंदर गिल ने एक बयान में कहा, 'यह योजना खासतौर से मोटर वाहन व्यवसाय में लगी मौजूदा बड़ी कंपनियों के लिए फायदेमंद है, क्योंकि यह पारंपरिक कंपनियों के हित को नई ताकत देगी और उन्हें इस क्षेत्र में निवेश करने के लिए प्रेरित करेगी.'
केंद्रीय मंत्रिमंडल ने वाहन, वाहन कलपुर्जा और ड्रोन उद्योग के लिए 26,058 करोड़ रुपये की उत्पादन आधारित प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना को मंजूरी दी है.
गिल ने कहा कि यह योजना विनिर्माण पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करेगी और ई-गतिशीलता उद्योग की आत्मनिर्भरता के लिए एक ढांचा तैयार करेगी.
उन्होंने हालांकि कहा कि ईवी ऑटोमोटिव कारोबार में लगे मौजूदा छोटे और मझोले आकार के विनिर्माताओं के साथ ही नए स्टार्टअप इस योजना के योग्य नहीं हो पाएंगे और उन्हें मौजूदा मानदंडों के तहत काम करना होगा.
पढ़ें :- कैबिनेट ने ऑटो सेक्टर के लिए दी PLI योजना को मंजूरी
एक आधिकारिक बयान में बुधवार को कहा गया कि वाहन और वाहन कलपुर्जा उद्योग के लिए पीएलआई योजना के तहत पांच वर्षों में 42,500 करोड़ रुपये से अधिक का नया निवेश होगा और 2.3 लाख करोड़ रुपये से अधिक का बढ़ा हुआ उत्पादन हासिल होगा. साथ ही इससे 7.5 लाख से अधिक नौकरियों के नए मौके तैयार होंगे.
वाहन क्षेत्र के लिए पीएलआई योजना उच्च मूल्य के उन्नत ऑटोमोटिव प्रौद्योगिकी वाहनों और उत्पादों को प्रोत्साहित करेगी. इससे उच्च प्रौद्योगिकी, अधिक कुशल और हरित वाहन विनिर्माण के क्षेत्र में एक नए युग की शुरुआत होगी.
(पीटीआई-भाषा)