मुंबई: राष्ट्रीय कंपनी विधि न्यायाधिकरण (एनसीएलटी) ने पतंजलि की संकटग्रस्त खाद्य तेल कंपनी रुचि सोया के अधिग्रहण के लिए 4,350 करोड़ रुपये की पेशकश पर बृहस्पतिवार को अपना आदेश सुरक्षित रखा.
इसके साथ ही न्यायाधिकरण ने अधिग्रहण के लिए आंतरिक स्रोतों से 600 करोड़ रुपये के आंशिक वित्तपोषण पर स्पष्टीकरण मांगा है. यह दूसरा मौका है जबकि न्यायाधिकरण ने 600 करोड़ रुपये की जानकारी मांगी है और इस बारे में लिखित में देने को कहा है.
ये भी पढ़ें- जेट एयरवेज के लिए बोली लगाएगी एतिहाद: एसबीआई
हरिद्वार मुख्यालय वाली पतंजलि ने दोहराया है कि 4,350 करोड़ रुपये में से 600 करोड़ रुपये आंतरिक स्रोतों से दिए जाएंगे. कंपनी ने इस बारे में लिखित में ब्योरा देने की पेशकश की है.
ऋणदाताओं की समिति (सीओसी) का कहना है कि पतंजलि गारंटी के रूप में पहले ही 200 करोड़ रुपये दे चुकी है. इस बीच, आईसीआईसीआई बैंक ने रुचि सोया से 65 करोड़ रुपये के बकाये की वसूली को न्यायाधिकरण से अपील की है.
रुचि सोया के लिए पतंजलि की बोली: एनसीएलटी ने आदेश सुरक्षित रखा
हरिद्वार मुख्यालय वाली पतंजलि ने दोहराया है कि 4,350 करोड़ रुपये में से 600 करोड़ रुपये आंतरिक स्रोतों से दिए जाएंगे. कंपनी ने इस बारे में लिखित में ब्योरा देने की पेशकश की है.
मुंबई: राष्ट्रीय कंपनी विधि न्यायाधिकरण (एनसीएलटी) ने पतंजलि की संकटग्रस्त खाद्य तेल कंपनी रुचि सोया के अधिग्रहण के लिए 4,350 करोड़ रुपये की पेशकश पर बृहस्पतिवार को अपना आदेश सुरक्षित रखा.
इसके साथ ही न्यायाधिकरण ने अधिग्रहण के लिए आंतरिक स्रोतों से 600 करोड़ रुपये के आंशिक वित्तपोषण पर स्पष्टीकरण मांगा है. यह दूसरा मौका है जबकि न्यायाधिकरण ने 600 करोड़ रुपये की जानकारी मांगी है और इस बारे में लिखित में देने को कहा है.
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हरिद्वार मुख्यालय वाली पतंजलि ने दोहराया है कि 4,350 करोड़ रुपये में से 600 करोड़ रुपये आंतरिक स्रोतों से दिए जाएंगे. कंपनी ने इस बारे में लिखित में ब्योरा देने की पेशकश की है.
ऋणदाताओं की समिति (सीओसी) का कहना है कि पतंजलि गारंटी के रूप में पहले ही 200 करोड़ रुपये दे चुकी है. इस बीच, आईसीआईसीआई बैंक ने रुचि सोया से 65 करोड़ रुपये के बकाये की वसूली को न्यायाधिकरण से अपील की है.
रुचि सोया के लिए पतंजलि की बोली: एनसीएलटी ने आदेश सुरक्षित रखा
मुंबई: राष्ट्रीय कंपनी विधि न्यायाधिकरण (एनसीएलटी) ने पतंजलि की संकटग्रस्त खाद्य तेल कंपनी रुचि सोया के अधिग्रहण के लिए 4,350 करोड़ रुपये की पेशकश पर बृहस्पतिवार को अपना आदेश सुरक्षित रखा.
इसके साथ ही न्यायाधिकरण ने अधिग्रहण के लिए आंतरिक स्रोतों से 600 करोड़ रुपये के आंशिक वित्तपोषण पर स्पष्टीकरण मांगा है. यह दूसरा मौका है जबकि न्यायाधिकरण ने 600 करोड़ रुपये की जानकारी मांगी है और इस बारे में लिखित में देने को कहा है.
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हरिद्वार मुख्यालय वाली पतंजलि ने दोहराया है कि 4,350 करोड़ रुपये में से 600 करोड़ रुपये आंतरिक स्रोतों से दिए जाएंगे. कंपनी ने इस बारे में लिखित में ब्योरा देने की पेशकश की है.
ऋणदाताओं की समिति (सीओसी) का कहना है कि पतंजलि गारंटी के रूप में पहले ही 200 करोड़ रुपये दे चुकी है. इस बीच, आईसीआईसीआई बैंक ने रुचि सोया से 65 करोड़ रुपये के बकाये की वसूली को न्यायाधिकरण से अपील की है.
Conclusion: