नई दिल्ली: भारत में कोरोना वायरस के कारण लगाए लॉकडाउन के खत्म होने और वाणिज्यिक यात्री विमानों के फिर से उड़ान भरने के बाद इंडिगो बार-बार अपने विमानों की अच्छे तरीके से सफाई करेगा, कुछ वक्त के लिए विमान में भोजन परोसना बंद करेगा और हवाईअड्डे पर चलने वाली बसों में अधिकतम 50 फीसदी सीटें ही भरेगा.
एयरलाइन के सीईओ रोनजॉय दत्ता ने शुक्रवार को कहा, "इन परिस्थितियों में कंपनियां वृद्धि या लाभ का प्रबंधन नहीं करतीं बल्कि नकदी के प्रवाह का प्रबंधन करती हैं. इसका मतलब है कि हमारा एकमात्र ध्यान नकदी के प्रवाह पर है. हम अपनी सभी निर्धारित लागतों का अध्ययन कर रहे हैं और उन्हें कम करने के रास्ते तलाश रहे हैं."
दत्ता ने कहा कि लॉकडाउन के बाद इंडिगो की योजना सबसे पहले सेवाओं को शुरू करने तथा धीरे-धीरे क्षमता बढ़ाने की होगा.
दत्ता ने शुक्रवार को कर्मचारियों को किए ईमेल में कहा, "हम हमेशा से सुरक्षा का अधिक ख्याल रखते हैं और अब हमें स्वास्थ्य का ध्यान भी रखना होगा. इसे ध्यान में रखते हुए हम अपनी कई संचालनात्मक प्रक्रियाओं को बदलने पर विचार कर रहे हैं. नयी प्रक्रियाएं अभी तय नहीं हुई हैं."
इसमें कहा गया है, "हम अपने विमानों को पहले के मुकाबले कई बार अच्छे तरीके से साफ करेंगे, हम कुछ समय के लिए विमान में भोजन परोसने की सेवा बंद करेंगे और हम अपने कोचों को 50 प्रतिशत तक ही भरेंगे. हम जल्द ही नयी प्रक्रियाएं लेकर आएंगे."
भारत ने कोरोना वायरस वैश्विक महामारी पर लगाम लगाने के लिए 21 दिन का लॉकडाउन लागू कर रखा है. इसके साथ ही सभी घरेलू और अंतरराष्ट्रीय वाणिज्यिक यात्री उड़ानों को इस अवधि के लिए निलंबित कर दिया गया है.
हालांकि, भारतीय विमानन नियामक डीजीसीए ने बंद के दौरान मालवाहक विमानों, तट पर हेलीकॉप्टर अभियानों, इलाज मुहैया कराने के लिए आवश्यक विमानों और विशेष उड़ानों को अनुमति दे रखी है.
एयरलाइनों के राजस्व में भारी कमी आने के कारण, उन्होंने पायलटों को नौकरी से निकालने, वेतन कटौती और कर्मचारियों के लिए बिना वेतन के अनिवार्य अवकाश जैसे लागत कम करने संबंधी कई कदम उठाए हैं.
दत्ता ने पिछले महीने एलान किया था कि एयरलाइन के वरिष्ठ कर्मचारियों के वेतन में 25 प्रतिशत तक की कटौती की गई है.
(पीटीआई-भाषा)